जीरकपुर,मेजर अली
मंगलवार सुबह जीरकपुर में हुई बारिश से कई क्षेत्रों में पानी भर गया। यहां के पीर मुछल्ला क्षेत्र में स्थित पिंक सिटी में से बरसाती पानी की निकासी के लिए जो पाइप डाले हुए हैं वह ब्लॉक होने की वजह से क्षेत्र में काफी जल भराव हो गया जिसको देखते हुए क्षेत्र के लोग इकट्ठे हो गए और उन्होंने अपने स्तर पर उन पाइपों को चेक किया और देखा कि उनमें से सीमेंट की खाली बोरियां फांसी हुई थी, जिनका मौके पर लोगों ने निकाला इसके बाद तुरंत सारा पानी वहां से निकल गया। इस संबंधी बात करते हुए वार्ड नंबर 11 के समाजसेवी गुरु सेवक पूनिया ने कहा कि यह पाइप जानबूझकर बिल्डर द्वारा ब्लॉक किए गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया के कुछ समय पहले बिल्डर द्वारा कहा गया था के यहां पर पानी की निकासी के लिए पक्की ट्रेंच बना देंगे जिससे पानी की निकासी सही तरीके से होती रहेगी, लेकिन आज तक उसने यहां पर कोई ट्रेंच नहीं बनवाई है और बरसात का मौसम सर पर है। जिसके चलते अगर यहां पर फिर से पानी की निकासी नहीं हुई तो क्षेत्र निवासियों को आने वाले दिनों में भारी परेशानी झेलनी पड़ सकती है। अगर वहां पर पक्की ट्रेंच बनवा भी दी जाती है तो उसके ऊपर किसी भी तरह का कोई निर्माण नहीं करने दिया जाएगा। क्योंकि अगर ट्रेंच ब्लॉक हो जाती है और उसके ऊपर कोई निर्माण किया जाता है तो ट्रेंच की सफाई करनी मुश्किल हो जाएगी।
क्या है पूरा मामला
स्थानीय पीरमुछल्ला क्षेत्र में स्थित सिल्वर सिटी कॉलोनी में बरसाती पानी की निकासी के लिए छोटे पाइप डाले गए थे जो के बरसात के दिनों में आने वाले पानी को निकालने के लिए कुछ हद तक सहायक होते थे लेकिन पिछले वर्ष बरसात के दिनों में आई बाढ़ के दौरान इस क्षेत्र में बहुत पानी भर गया था और पानी में करंट आने से एक व्यक्ति की मृत्यु भी हो गई थी जिसके चलते लोगों में रोष की लहर फैल गई थी। इस वर्ष फरवरी महीने में भी लोगों ने पानी की निकासी का स्थाई हल करने के लिए नगर कौंसिल जीरकपुर के पास गुहार लगाई थी। जिसके चलते नगर कौंसिल दफ्तर में लोगों तथा नगर कौंसिल अधिकारियों की मौजूदगी में बिल्डर के साथ मीटिंग हुई थी। जिसमें यह तय हुआ था कि जब तक पानी की निकासी का स्थाई समाधान नहीं हो जाता तब तक पिंक सिटी के बिल्डर द्वारा इस प्लाट में कोई भी कार्य नहीं किया जाएगा, जिसमें से बरसाती पानी की निकासी वाली पाइपलाइन गुजरती है, क्योंकि अगर यह पाइपलाइन निकाल दी जाती है या बंद कर दी जाती है तो बरसात के दिनों में पूरा का पूरा क्षेत्र बाढ़ की चपेट में आ सकता है। रायपेरियन कानून के तहत कोई भी व्यक्ति पानी के कुदरती बहाव के साथ छेड़छाड़ नहीं कर सकता।
उस समय कम चौड़ाई वाले दो पाइप पानी की निकासी के लिए डाले गए थे। जो कि कुछ समय पहले पिंक सिटी के बिल्डर द्वारा यह पाइप खोद दिए गए थे। जिसके चलते क्षेत्र निवासियों में रोष की लहर फैल गई है। जिसके चलते वार्ड नंबर 11 के समाजसेवी गुरसेवक पूनिया तथा अन्य स्थानीय निवासियों ने नगर कौंसिल जीरकपुर में इसकी शिकायत कर दी थी और कहा था कि इस कार्य को तुरंत बंद करवाया जाए क्योंकि अगर बिल्डर द्वारा इस पाइपलाइन की खुदाई कर दी गई है तो आने वाले समय में इस प्लाट में वह अपना निर्माण कार्य भी शुरू कर सकता है , जिससे बरसात के दिनों में क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति बन सकती है। इस मौके पर मौजूद स्थानीय निवासी गुरसेवक सिंह पूनिया,प्रदीप सोनी ,कपिल चोपड़ा ,रमेश भट्ट ,अमित वर्मा, प्रवेश शर्मा नरेश ठाकुर देवेंद्र बैंस ने बताया कि जब नगर कौंसिल अधिकारियों के मौजूदगी में बिल्डर के साथ यह समझौता हो चुका है कि जब तक पानी की निकासी का स्थाई प्रबंध नहीं किया जाता तब तक बिल्डर इस प्लाट में कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता।
इस मामले के संबंध में और अधिक जानकारी लेने के लिए जब नगर कौंसिल जीरकपुर के कार्यकारी अधिकारी अशोक पथरिया को फोन किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
क्या कहना है बिल्डर शिव कुमार पवार का :
इस संबंधी बात करने पर पिंक सिटी पीरमुछल्ला के बिल्डर शिव कुमार पवार ने कहा के यह मामला मेरे संज्ञान में है। हम किसी भी तरह का कोई गैर कानूनी काम नहीं कर रहे। उन्होंने कहा कि जो 3 महीने पहले नगर कौंसिल के अधिकारियों के साथ मीटिंग हुई थी उसमें नगर कौंसिल द्वारा कहा गया था के हम 15 दिनों के अंदर इस प्लाट को पार्क में बदल देंगे और पार्क वाली जगह पर प्लॉट बनवा देंगे, लेकिन 3 महीने से अधिक समय बीत जाने के बावजूद भी नगर कौंसिल द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने आगे कहा कि हमारी कॉलोनी का भी नक्शा पास है और इस प्लांट का नक्शा भी 2 साल पहले नगर कौंसिल द्वारा पास किया गया है। अगर यहां पर कोई कुदरत निकासी नाला होता तो नगर कौंसिल ने कभी भी नक्शा पास नहीं करना था इसलिए प्लांट के मालिक को किसी भी तरह का निर्माण करने से नहीं रोका जा सकता अगर कहीं भी पानी भर जाता है तो वह निचले स्तर की तरफ बहता है इसलिए नगर कौंसिल द्वारा इसका कोई बदलवा प्रबंध करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर इस मामले में राजनीति कर रहे हैं और प्लांट के मालिक को परेशान कर रहे हैं हमारे पास सारे नक्शे तथा सबूत मौजूद है इसलिए प्लाट मालिक को परेशान नहीं किया जाना चाहिए।
प्लाट मालिक ने भी लिखा है नगर कौंसिल अधिकारियों को एक पत्र :
पिंक सिटी पीर मुछल्ला का यह प्लाट नंबर 186 जो के पिछले कई महीनो से विवादों में है के मालिक सुमित गर्ग ने बीती 21 मई 2024 को नगर कौंसिल जीरकपुर के कार्यकारी अधिकारी को एक पत्र लिखकर गुहार लगाई है के उनके मामले में तुरंत दखल देकर जल्द निपटारा किया जाए। क्योंकि उनका बहुत ज्यादा वित्तीय नुकसान हो रहा है। जो नगर कौंसिल के अधिकारियों के साथ मीटिंग हुई थी उसके मुताबिक कहा गया था कि उनके प्लांट को पार्क में बदलकर उन्हें उतनी ही जगह का प्लांट अलग से दे दिया जाएगा। यह कार्रवाई 15 से 20 दिन में पूरी होनी थी लेकिन महीनो बीत जाने के बावजूद भी यह नहीं हुआ। वह बार-बार नगर कौंसिल दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं और नगर कौंसिल के एमई से उनको जवाब मिला के तकनीकी कर्म के चलते यह प्लांट बदला नहीं जा सकता। इसलिए उन्होंने कार्यकारी अधिकारी को इस मामले में जल्द दखल देकर इस मामले का समाधान करने संबंधी पत्र लिखा है।