प्रभजीत सिंह लक्की, युमनानगर :
उपायुक्त गिरीश अरोरा ने अपने कार्यालय में बागवानी विभाग की तीसरी डिस्ट्रिक्ट लेवल मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने ने बताया कि किसान उत्पादक संगठन और संवर्धन के गठन के तहत भारत में 10 हजार एफपीओ का गठन किया जाना हैं। जिसका मुख्य उद्देश्य किसानों की आय दुगुनी करना हैं।
उपायुक्त गिरीश अरोरा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस स्कीम के तहत कलस्टर बनाकर उन कलस्टरों में किसान उत्पादक संगठन बनाकर किसानों को जागरूक किया जाए और किसान उत्पादक संगठन (बागवानी,कृषि,मत्स्य,पशुपालन) बनाकर अपने उत्पाद तैयार करे। संगठन के माध्यम से अपने उत्पाद को मार्किट में बेचें तथा जिला व राज्य स्तर पर अपनी पहचान बनाए। उन्होंने कहा कि प्रगतिशील किसानों के यहां कैंप लगवाकर किसानों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक किया जाए।
बैठक में जिला उद्यान अधिकारी डा. कृष्ण कुमार, डीडीएम नाबार्ड रोबिन सिंह, कलस्टर प्रोजैक्ट कोर्डिनेटर तरसेम सैनी व रवि कान्त, जिला प्रोजैक्ट कोर्डिनेटर ने उपरोक्त स्कीम के बारे में अवगत कराया और बताया कि वर्ष 2020-21 में हरियाणा राज्य को 150 किसान उत्पादक संगठन बनाने का लक्ष्य प्राप्त हुआ हैं। स्कीम के तहत 300 किसानों का एक गु्रप बनाकर एफपीओ बनाया जाएगा। जिले में अब तक कुल 20 एफ0पी0ओ0 बनाए जा चुके हैं जिनमें लगभग 3 हजार किसान जुड़ चुके है। उन्होंने बताया कि जिले में 6 एफपीओ को सीसीडीपी प्राजैक्ट लगाने की स्फैक द्वारा अनुमति मिल चुकी हैं तथा 4 एफ0पी0ओ0 का प्रौजेक्ट का कार्य शुरू हो चुका हैं। वर्ष 2021 में जिला यमुनानगर के 6 ब्लॉकों में एक-एक किसान उत्पादक सगंठन (एफपीओ) बनाने का लक्ष्य मिला हैं। इसके अलावा स्कीम के अन्तर्गत एक जिला एक उत्पाद पर ध्यान दिया जायेगा। जिसमें जिला यमुनानगर को आम उत्पाद संवर्धन के लिए चुना गया हैं। इस अवसर पर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नवीन आहुजा, डीडीएम नाबार्ड रोबिन सिंह, कृषि उपनिदेशक डा. जसविन्दर सिंह सैनी,वरिष्ठ कोर्डिनेटर कृषि विज्ञान केन्द्र दामला से डा. एनके गोयल, जिला मत्स्य अधिकारी डा. अजय सिंहा व जिला उद्यान अधिकारी डा. कृष्ण कुमार तथा किसान मौजूद रहें।