पानीपत। शहर की राज कॉलोनी में अपने ही घर से इकलौता चिराग लाखों की चोरी कर फरार हो गया। आरोपी बेटे ने पहले मां को धक्का देकर बेहोश कर दिया और फिर घर के लॉकर से 10 लाख की नगदी और 40 तोले सोने के आभूषण चुरा लिए। मामले की शिकायत पुलिस को दी गई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 379 के तहत केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। किला थाना पुलिस को दी शिकायत में रजनी ने बताया कि वह वार्ड नंबर 10, राज कॉलोनी की रहने वाली है। उसका 22 वर्षीय अविवाहित बेटा संयम पिछले काफी समय से गलत संगत में है। जिस कारण वह रोजाना रुपए की मांग के लिए परिवार के लोगों से झगड़ता है। 9 मई की रात करीब 1 से 2 के बीच जब परिवार के सभी लोग सोए हुए थे, तब संयम अचानक उसके कमरे में गया और उससे लॉकर की चाबियां मांगने लगा।
संयम को पता था कि घर में 10 लाख रुपए की नगदी रखी है
मां ने मना किया तो संयम ने जबरदस्ती तकिया के नीचे रखी हुई चाबियां उठा ली। मां ने उसके हाथ से चाबियां छीन ली तो वह आक्रमक हो गया और उसने फिर से मां के हाथ से चाबी छीनी और धक्का-मुक्की कर मां को नीचे गिरा दिया। जिससे मां बेसुध हो गई, इसी का फायदा उठाकर संयम ने घर की अलमारी से 10 लाख की नगदी और 40 तोले सोने के जेवरात निकाल और रात को ही घर से फरार हो गया। मां का कहना है कि संयम को पता था कि घर में 10 लाख रुपए की नगदी रखी है, क्योंकि उसके पिता राजेश की सब्जी मंडी में आढ़ती की दुकान है। पिता ने ये रुपए किसी को देने के लिए इकट्ठा किए हुए थे। संयम यह यह भी जानता था कि जॉइंट फैमिली होने की वजह सभी के आभूषण उसी लॉकर में रखे हैं।
संयम पिछले काफी समय से मैच में सट्टा लगाता है
जानकारी देते हुए पिता राजेश ने बताया कि वारदात के वक्त वह घर में नहीं था, वह अपने काम से बाहर गया हुआ था। राजेश ने यह भी बताया कि उसका इकलौता बेटा संयम पिछले काफी समय से मैच में सट्टा लगाता है। जिस वजह उस कर्जा हो गया है। उसके मार्केट में पिता के नाम पर लाखों रुपए उधार लिए हुए हैं। अभी हाल ही में पिता ने पंचायती तौर पर दो लोगों से लाखों रुपए का कर्ज उतारने का समय लिया है। इसके अलावा भी संयम अपनी बहनों के बैंक चेक फर्जी तरीके से लगाकर खाते से रुपए निकलवा चुका है।