Yogasna: आगे बढ़ने की चाहत में लोगों पर काम का प्रेशर बढ़ चुका है, जिसका बुरा असर सेहत पर देखने को मिलता है। जब व्यक्ति एक ही जगह पर बैठकर घंटों तक काम करता है तो इससे पीठ में दर्द के साथ गर्दन और कंधों में स्टिफनेस से जुड़ी समस्याएं शुरू हो जाती हैं और बॉडी पॉश्चर भी बिगड़ने लगता है। शरीर का पॉश्चर बिगड़ने पर अन्य कई समस्याएं भी शुरू हो जाती हैं, इन दिक्कतों को अगर शुरू में ही पहचान लें तो समय रहते सेहत को सुधारा जा सकता है।
शरीर का पोश्चर सुधारने के लिए योगासन
1. कपोतासन
बॉडी पॉश्चर सुधारने के लिए कपोतासन का अभ्यास फायदेमंद साबित हो सकता है। इस योगासन का नियमित अभ्यास करने से शरीर में लचीलापन आता है और पीठ की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है, जिससे दर्द जैसी समस्याएं कम होती हैं। कपोतासन को पिजन पोज (Pigeon pose) भी कहा जाता है। कपोतासन के अभ्यास से मांसपेशियों में खिंचाव होता है, जिससे ऐंठन जैसी समस्याएं होने का खतरा कम हो जाता है।
2. ऊर्ध्वमुख श्वानासन
ऊर्ध्वमुख श्वानासन बॉडी पॉश्चर को सुधारने के लिए फायदेमंद है। रोजाना ऊर्ध्वमुख श्वानासन का अभ्यास करने से रीढ़ की हड्डियों के आसपास की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, जिससे पीठ दर्द की शिकायत कई गुना कम हो सकती है। इस योग का अभ्यास करने से कंधों की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं। जो लोग एक जगह पर बैठकर लंबे समय तक काम करते हैं उन्हें इस आसन का अभ्यास करना चाहिए, इससे गर्दन में दर्द, पीठ और कंधों में ऐंठन की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
3. मार्जरी आसन
खराब पॉश्चर को ठीक करने के लिए आप रोजाना मार्जरी आसन का अभ्यास करें। इससे शरीर की स्ट्रेचिंग होती है और शरीर में ब्लड फ्लो बेहतर होता है। मार्जरी आसन का अभ्यास करने से बॉडी पॉश्चर बेहतर हो सकता है और कंधों में दर्द की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।
4. बालासन –
लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठकर काम करने और इनएक्टिव लाइफस्टाइल के कारण शरीर का पॉश्चर बिगड़ सकता है, जिसे सुधारने के लिए आप रोजाना बालासन का अभ्यास कर सकते हैं। बालासन से कमर की मांसपेशियों में तनाव होता है, जिससे पीठ दर्द की समस्या भी दूर होती है। बालासन के अभ्यास से बॉडी पॉश्चर के साथ पेल्विक मसल्स भी मजबूत होती हैं।