Yogasana: योगसन देगा कंधे और पीठ की अकड़न से राहत

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Yogasana

Yogasana : आजकल की बिगड़ी लाइफस्टाइल में कंधों और पीठ से जुड़ी समस्याएं आम हो चुकी हैं। दरअसल, वर्तमान समय में ज्यादातर लोग ऑफिस में कम से कम 9-10 घंटे बिताते हैं और इस दौरान लगातार कंप्यूटर पर काम करते हैं। अधिकांश लोग तो लंबे समय तक कंप्यूटर के सामने एक ही पोजीशन में बैठे रहते हैं और अगर समय मिलता भी है तो बैठे-बैठे मोबाइल यूज करते हैं, जिससे कंधों और पीठ की मांसपेशियों पर ज्यादा दबाव पड़ता है।

1. गरुड़ासन

गरुड़ासन को ईगल पोज़ कहा जाता है, यह एक प्रभावी आसन है जो कंधों, हाथों और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत और लचीला बनाने में सहायक साबित होता है। गरुड़ासन के नियमित अभ्यास से मांसपेशियां मजबूत होती हैं और बॉडी पॉश्चर में भी सुधार होता है। इस आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं और अपने पैरों को जोड़कर रखें, अब अपने दाहिने पैर को उठाकर बाएं पैर के ऊपर रखकर इसे बाएं पैर के चारों ओर लपेटें। इसी तरह अपने दाएं हाथ को बाएं हाथ के ऊपर लपेटें और हथेलियों को एक साथ जोड़ें। इस अवस्था में 15-30 सेकंड तक रहें और फिर इसी तरह के दूसरी तरफ से दोहराएं।

2. अधोमुख श्वानासन

कंधे में दर्द और पीठ में अकड़न की समस्या से राहत पाने के लिए रोजाना अधोमुख श्वानासन का अभ्यास करना लाभकारी हो सकता है। इस आसन के नियमित अभ्यास से कंधे में दर्द और पीठ में अकड़न की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि अधोमुख श्वानासन मांसपेशियों के लचीलेपन और मजबूती में सुधार करता है और ब्लड फ्लो को बढ़ाता है। यह आसन संपूर्ण शरीर के लिए लाभकारी है, इस आसन का अभ्यास करने के लिए पेट के बल लेट जाएं और अपने हाथों और घुटनों को जमीन पर रखें। धीरे-धीरे अपने घुटनों को उठाएं और अपने पैरों को सीधा करें, जिससे शरीर एक उल्टे वी आकार का बने। इस स्थिति में 30-40 सेकंड तक रहें।

3. भुजंगासन

इस आसन के अभ्यास से कंधे में दर्द की समस्या कम हो सकती है और शरीर में लचीलापन बढ़ता है। नियमित भुजंगासन के अभ्यास से तनाव और थकान भी कम होता है। भुजंगासन का घर में अभ्यास करने के लिए पेट के बल लेट जाएं और अपने हाथों को कंधों के नीचे रखें, अब धीरे-धीरे अपनी कोहनी को सीधा रखते हुए, सिर और छाती को ऊपर उठाएं। ध्यान रखें कि इस दौरान नाभि जमीन से छू रही हो। इस मुद्रा में 15-30 सेकंड तक रहें, फिर धीरे-धीरे वापस आ जाएं।जंगासन का नियमित अभ्यास पीठ के निचले हिस्से को मजबूत करने और पीठ के दर्द को