नीरज कौशिक, महेंद्रगढ़ :
Yoga Department Of EGU Mirpur University : महेंद्रगढ़ के बुचौली रोड़ स्थित सार्वजनिक प्राकृतिक चिकित्सालय एवं योग केन्द्र में कल इंदिरा गांधी विश्विद्यालय के एमएससी योग के विद्यार्थियों ने स्वास्थ्य जीवन शैली एवं योग का व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त करने के उद्देश्य से एक दिवसीय कार्यशाला में अपनी भागीदारी प्रस्तुत की। इस एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में मुख्य चिकित्सा प्रभारी एवं हरियाणा के प्रसिद्ध प्राकृतिक चिकित्सक डॉक्टर भंवर सिंह कसाना ने सभी योग विद्यार्थियों को मिट्टी पट्टी, ठंडा गर्म शेक, कटि स्नान, भाप स्नान, सर्वांग मिट्टी लेपन, शिरोधारा, शंखप्रक्षालन, जलनेति, सूत्रनेति, रीड स्नान, एनिमा, एक्यूप्रेसर आदि प्राकृतिक चिकित्सा की उपचार विधियों के द्वारा व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया।
चिकित्सा से संबंधित तर्कपूर्ण प्रश्नों का किया गया समाधान (Yoga Department Of EGU Mirpur University)
उन्होंने वर्तमान समय मे प्राकृतिक चिकित्सा की विभिन्न उपचार पद्धतियों के महत्त्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। प्राकृतिक चिकित्सा का उपचार लेने के बाद सभी योग विद्यार्थियों के प्राकृतिक चिकित्सा से संबंधित तर्कपूर्ण प्रश्नों का समाधान किया गया । प्राकृतिक चिकित्सा में किसी भी तरह की औषधियों का प्रयोग नहीं किया जाता है। यह पंच तत्त्वों पृथ्वी अग्नि जल वायु आकाश को आधार मानकर शरीर को नैसर्गिक रूप से शुद्ध करने की हानि रहित चिकित्सा पद्धति है।
कोरोना काल में देश विदेश के लाखों लोगों ने इस चिकित्सा पद्धति को अपनाकर जीवन दान पाया। (Latest Mahendragarh News)योग विभाग के प्रवक्ता डॉक्टर धर्मवीर यादव ने भी प्राकृतिक चिकित्सा के साथ जुड़े हुए अपने अनुभवों को साझा किया और क्षेत्र के प्रसिद्ध प्राकृतिक चिकित्सक डॉ. भंवर सिंह का आभार व्यक्त किया।
नेचरोपैथी थेरेपिस्ट मनीष सिहमा और अन्नू ने इस कार्यशाला में दिया विशेष योगदान (Yoga Department Of EGU Mirpur University)
इस कार्यशाला में महिला चिकित्सक डॉ. कृष्णा ने योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा के समन्वय पर प्रकाश डाला और प्राकृतिक चिकित्सा को भविष्य की सबसे कारगर प्रामाणिक उपचार पद्धति बताया। नेचरोपैथी थेरेपिस्ट मनीष सिहमा और अन्नू ने इस कार्यशाला में विशेष योगदान दिया।
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