इशिका ठाकुर, करनाल:
जिला प्रशासन अवैध निर्माण के प्रति सख्त दिखाई दे रहा है। पिछले लंबे समय से करनाल के डीटीपी द्वारा अवैध निर्माण पर पीला पंजा चलाया जा रहा है। कल भी तरावड़ी में बने एक बड़े अवैध निर्माण पर प्रशासन द्वारा पीला पंजा चलाकर उसे ध्वस्त किया गया था।
पहले दिया गया था समय
इसी कड़ी में आज हुई करनाल नेशनल हाईवे पर पिछले कई सालों से बने मयूर ढाबे के निर्माण को अवैध करार देते हुए आज डीटीपी की आर एस भाठ और पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में पीला पंजा चलाया गया। निर्माण को ध्वस्त करने की कार्रवाई से पहले ढाबे में रखें सामान को हटाने के लिए डीटीपी द्वारा ढाबे के मालिक को समय दिया गया और उसके उपरांत अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया।
ढाबे के कर्मचारियों ने दिखाई नाराजगी
डीडीपी की ओर से की गई कार्रवाई को लेकर ढाबे पर पिछले लंबे समय से काम कर रहे कर्मचारियों ने नाराजगी दिखाई और कर्मचारी डीटीपी की ओर से की जा रही कार्रवाई से काफी मायूस दिखाई दिए। हालांकि बात अगर नेशनल हाईवे पर बने अवैध निर्माणों की करें तो न जाने कितने अवैध निर्माण हाईवे के दोनों ओर पिछले लंबे समय से किए जा चुके हैं, लेकिन आज तक न तो इस और किसी प्रशासनिक अधिकारी ने ध्यान दिया और न ही इनके खिलाफ कोई कार्रवाई अमल में लाई गई। प्रशासन द्वारा की जा रही इस कार्रवाई से लोगों में काफी मायूसी है।
अवैध निर्माण हटाने पर विशेष ध्यान
बात अगर प्रशासन की करें तो जिला प्रशासन की अवैध निर्माण में अपराधिक लोगों की अहमियत पर भी प्रशासन की कड़ी नजर है।जिन अवैध निर्माणों पर अपराधिक लोगों की साझेदारी है। उन्हें विशेष रूप से ध्वस्त की कार्रवाई की जा रही है। करनाल डीटीपी आर एस भाठ ने कहा कि प्रशासन द्वारा अवैध निर्माण को गिराने के लिए जो कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। वह केवल ऐसे निर्माण कार्य ध्वस्त किए जा रहे हैं जो अवैध रूप से बनाए गए हैं। कार्रवाई से पहले प्रशासन की ओर से नोटिस जारी किए हैं। मौके से सामान हटाने का भी समय दिया जा चुका है। उन्होंने मीडिया के माध्यम से लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोई भी निर्माण कार्य अवैध रूप से न किया जाए।
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