(Yamunanagar News) यमुनानगर। नगर निगम चुनाव की मतगणना के बाद 12 मार्च का परिणाम आएगा। निगम का महापौर और 22 नए पार्षद मिल जाएंगे। परिणाम आने के बाद ही आदर्श आचार संहिता खत्म हो जाएगी। आचार संहिता लगने से पहले नगर निगम द्वारा लगभग 20 बकाएदारों की संपत्ति सील की थी। नगर निगम की फिर से संपत्ति कर के बकाएदारों की प्रॉपर्टी सील करने की तैयारी कर ली है। आचार संहिता खत्म होते ही निगम द्वारा बकाएदारों की संपत्ति सील की जाएगी। निगमायुक्त आयुष सिन्हा ने बकाएदारों से अपील की है कि वे अपना बकाया संपत्ति कर जमा करवाए और संपत्ति सील होने से बचाए।
नगर निगम ने की तैयारी, 12 मार्च को नगर निगम मेयर व पार्षदों के चुनाव का आएगा परिणाम
नगर निगम की आय का सबसे बड़ा स्रोत संपत्ति कर ही है, जिससे शहर के विकास कार्यों पर खर्च किया जाता है। लेकिन काफी संख्या में बकाएदार करोड़ों रुपये का संपत्ति कर दबाए बैठे हुए है। नगर निगम आयुक्त आयुष सिन्हा के निर्देशों पर कुछ माह पहले पांच लाख व एक लाख रुपये से अधिक प्रॉपर्टी टैक्स के बकाएदारों को हरियाणा नगर निगम अधिनियम-1994 के तहत अंतिम नोटिस जारी किए गए थे।
चुनाव परिणाम आने के बाद ही खत्म हो जाएगी आचार संहिता, फिर शुरू होगी कार्रवाई
नोटिस जारी करने के बाद जनवरी व फरवरी माह में निगम द्वारा लगभग 20 से अधिक बकाएदारों की संपत्तियां सील की थी। इस दौरान कुछ संपत्ति धारकों ने प्रॉपर्टी टैक्स जमा कराया। दो माह में निगम में लगभग चार करोड़ रुपये संपत्ति कर जमा हुआ। लेकिन अभी भी काफी बकाएदार ऐसे हैं, जो प्रॉपर्टी टैक्स जमा नहीं कर रहे हैं। इनमें नामी औद्योगिक इकाइयों से लेकर संस्थान, व्यावसायिक प्रतिष्ठान सहित रिहायशी मकान शामिल हैं। इन पर संपत्ति कर की एक से दस लाख या अधिक राशि बकाया है। निगम ने इनकी सूची तैयार करने के साथ इन्हें सील करने की तैयारी शुरू कर दी है। सीलिंग कार्रवाई के लिए नगर निगम एरिया को दो जोन में बांट कर टीमों का गठन किया गया है।
सीलिंग कार्रवाई से बचने के लिए जमा करवाएं संपत्ति कर –
नगर निगम आयुक्त आयुष सिन्हा व क्षेत्रीय कराधान अधिकारी अजय वालिया ने बताया कि नगर निगम ने कुछ दिनों पहले एक लाख व पांच लाख रुपये से अधिक प्रॉपर्टी टैक्स के बकायेदारों को नोटिस जारी किए थे। जिन बकायेदारों ने टैक्स जमा नहीं कराया या नोटिस का जवाब नहीं दिया उनकी प्रॉपर्टी सील की गई। अभी काफी बकाएदार ऐसे है, जिनके पास एक लाख से अधिक प्रॉपर्टी टैक्स बकाया है। संपत्ति धारकों से अपील है कि वे अपना संपत्ति कर जमा कराए। बकायादार नोटिस को गंभीरता से लेकर समय पर बकाया टैक्स जमा कराए, अन्यथा उनकी संपत्ति सील करने की कार्रवाई की जाएगी।
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