प्रभजीत सिंह (लक्की), यमुनानगर:
अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी फेडरेशन के आह्वान पर सर्व कर्मचारी संघ 15 जुलाई को सुबह 10 बजे कन्हैया चौक के पास पार्क में इकठ्ठे होकर मनाएंगे राष्ट्रीय प्रतिरोध दिवस उसके बाद सभी कर्मचारी जलूस की शक्ल में नारेबाजी करते हुए डीसी आफिस जाएंगे। वहां पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम अपनी मांगो का ज्ञापन भी देंगे। यह बात सोमवार को एसकेएस जिला प्रधान महिपाल सोडे और जिला सचिव गुलशन भारद्वाज ने अपने संयुक्त बयान में कर्मचारियों के बीच जाकर कही सभी विभागों के कर्मचारी धरने पर इकट्ठे होकर कर्मचारी किसान मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। कर्मचारियों के साथ संपर्क अभियान के लिए टीमों का गठन कर रखा है जो विभागों में जाकर कर्मचारियों को जागरूक करने का काम कर रही है।
टीम में शामिल ब्लॉक प्रधान जोत सिंह कोषाध्यक्ष सतीश राणा व स्वास्थ्य विभाग के जिला प्रधान सुमित ऋषि ने बताया कि सरकार कर्मचारियों के प्रति अपनी तानाशाही कर रही जिन सरकारी कर्मचारियों ने कोरोना महामारी में अपनी जान जोखिम में डालकर जनता की सेवा की उन्ही कर्मचारियों को सरकार नौकरी से बाहर निकालने का रास्ता दिखा रही है केंद्र व राज्य की बीजेपी सरकार ने कोरोना की आड़ में अपने पूंजीपति मित्रो को फायदा पहुंचाने के लिए जिन सरकारी महकमों को कर्मचारियों ने अपने खून पसीने से सींचकर खड़े किए थे उन्ही सरकारी महकमों को ओने पोने दामो पर धड़ाधड़ बेच रही है सरकार ने पूंजीपतियों के फायदे के लिए श्रम कानूनों को भी बदल दिया है एनपीएस को खत्म कर पुरानी पेंशन को बहाल करना,जनवरी 2020 से रोके गए महंगाई भत्ते का भुगतान करने, ठेका प्रथा समाप्त कर सभी तरह के अनुबंधित कर्मचारियों को पक्का करने व पक्का होने तक समान काम समान वेतन देने, नौकरी से हटाए गए सभी नियमित व कच्चे कर्मचारियों को वापस ड्यूटी पर लिया जाए जबरी रिटायरमेंट के आदेशों को रद्द किया जाए सबके लिए कोविड-19 फ्री वैक्सीन का प्रबंध जल्द किया जाए और स्वास्थ्य को मौलिक अधिकारों में शामिल किया जाए। कोविड-19 कर्मचारियों को बिना किसी भेदभाव के 50 लाख की आर्थिक सहायता व परिवार के सदस्य की तक की नौकरी दी जाए आदि अन्य माँगो को लेकर 15 जुलाई को राष्ट्रीय प्रतिरोध दिवस मनाया जाएगा, जिसमे तमाम विभागों के नियमित व अनियमित कर्मचारी भाग लेंगे