यमुनानगर : एसएचओ का आरोप इनैलो नेता के बेटे व अन्य लोगो ने जूते चप्पलों से पीटा, मामला दर्ज

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प्रभजीत सिंह लक्की , यमुनानगर :
रादौर थाना के एसएचओ सुखविंद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि पूर्व विधायक एवं इनेलो नेता के बेटे और कुछ अन्य लोगों ने उसे जान से मारने की योजना बनाई। गांव धौडंग में उसकी हत्या करने के लिए उस पर हमला किया गया। इसमें वे बाल-बाल बच गए। एसएचओ यह घटना 31 जुलाई की बता रहे हैं। लेकिन केस दो दिन बाद यानी दो अगस्त को किया गया। उन्होंने मेडिकल जांच कराई तो शरीर पर पांच जगह चोट लगी। उनकी शिकायत के अनुसार उसे थप्पड़, मुक्के, चप्पल-जूतों से पीटा गया। इतना ही नहीं उसका कॉलर पकड़ कर उसे गाड़ी से उतारा। पूर्व विधायक के बेटे ने इन आरोपों को पूरी तरह से झूठा करार दिया है। बता दें पूर्व विधायक भाजपा सरकार में सीपीएच रहे हैं। रादौर से इस बार पार्टी ने टिकट नहीं दी तो चुनाव के बाद पार्टी छोड़ दी थी। इन दिनों इनेलो में हैं। भाजपा उपाध्यक्ष सुंदीप गुर्जर और अन्य पांच ने दो अगस्त को पार्टी जॉइन की है। इन्हें भाजपा छोड़कर इनेलो में लेकर आने की पूरी प्लानिंग पूर्व विधायक के बेटे की बताई जा रही है। अब एचएचओ द्वारा दर्ज कराया केस भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।

मुझे पहले फोन पर धमकी दी, बाद में हमला हुआ, पोस्टमार्टम में हार्ट अटैक लिखने और दो लाख लेने के आरोप लगाए: रादौर थाना प्रभारी सुखविंद्र सिंह ने शिकायत दी है कि 30 जुलाई को ओड कॉलोनी रादौर निवासी अनिल कुमार उर्फ बॉबी की मौत के मामले में शव का 31 जुलाई को पोस्टमार्टम कराने यमुनानगर सिविल अस्पताल में आया था। पोस्टमार्टम के बाद वह सरकारी गाड़ी में पुलिस कर्मियों के साथ रादौर जा रहा था। वहीं साथ में शव ले जा रही एंबुलेंस भी थी। जब वे गांव धौडंग के पास पहुंचे तो वहां पर गांव रादौरी निवासी गौरव, नरेंद्र, जुब्बल निवासी दीपक और 50-60 अन्य लोगों के साथ वहां पर थे। उन्होंने उन्हें रोक लिया। उन्होंने गाड़ी रोकी तो गले से पकड़ कर उसे कार से निकाल लिया। वहां पर मौजूद लोगों ने एंबुलेंस पर हमला कर दिया और रोड पर जाम लगाने के लिए एंबुलेंस के पीछे की खिड़कियां खोल दी । हमलावर अनिल के शव को एंबुलेंस से उतारने और पुलिस कर्मियों ने उन्हें रोका। उन्होंने उस पर हमला कर दिया। उसे जान से मारने के लिए गौरव, नरेंद्, सियानंद, तोता, चंद्रभान, पूर्व विधायक बेटा ने योजना बनाई हुई थी। जब वे मृतक अनिल के शव का पोस्टमार्टम करा रहे थे तो तब पूर्व विधायक के बेटे  ने उनके सरकारी नंबर पर काल कर धमकी भी दी थी कि हमने रादौर में लोग एकत्रित किए हुए हैं। और उसे आज जान से मारेंगे।

एसएचओ ने शिकायत में बताया कि गौरव और उसके परिवार के सदस्यों व विधायक के बेटे योजना बंद तरीके से उसे मारने के लिए धौडंग में रास्ता रोका और उसकी हत्या करने के लिए गांव धौडंग में हमला किया। उसे थप्पड़, मुक्के और चप्पल-जूतों से पीटा। सूचना पाकर वहां पर डीएसपी रजत गुलिया फोर्स लेकर पहुंचे। जिन्होंने उन्हें बचाया। हमला करने वाले उसे गालियां दे रहे थे और अपमान कर रहे थे। उसने अपनी ड्यूटी ईमानदारी से की। उस पर आरोप लगाया कि उसने डाक्टर से मिलकर अनिल कुमार की मौत हार्ट अटैक से लिखवाया और दो लाख रुपए रिश्वत ली। ये आरोप पूरी तरह से झूठे हैं। हमले में उसकी दोनों टांगों, छाती, कमर, सिर, बाजू पर चोट लगी है। डाक्टर ने जांच में एसएचओ के शरीर पर पांच चोटें लगने की बात कही। सभी चोटें ब्लंट हैं । इस शिकायत पर सदर यमुनानगर थाना पुलिस ने धारा-147, 149, 186, 323, 506, 332, 353, 341, 120बी में केस दर्ज किया है। विधायक के बेटे का कहना है कि अनिल की मौत पर जब गांव धौडंग में जाम लगा, वे वहां पर नहीं थे। उन्होंने एसएचओ के साथ कोई मारपीट नहीं की। उन्होंने एसएचओ पर फोन जरूर किया था कि अनिल पक्ष के कुछ लोग उनके पास आए हैं और वे कई आरोप लगा रहे। उन्होंने एसएचओ को कहा था कि इसमें निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। जो केस उन पर दर्ज किया गया वह पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कोई मारपीट नहीं की। केस दर्ज करने के पीछे राजनीति रंजिश भी हो सकती है।
चार केस दर्ज हो चुके हैं ओड कालोनी में दो पक्षों में हुए विवाद में
रादौर की ओड कालोनी में दो पक्षों के बीच कई दिन से विवाद चल रहा है। पहले दोनों पक्षों पर रादौर पुलिस ने क्रास केस दर्ज किया था। 30 जुलाई को अनिल की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। गौरव ने शिकायत दी थी कि 21 जुलाई को उसका भाई अनिल घर पर सो रहा था। तभी रणबीर उर्फ गोवर और नन्ना राम वहां पर करीब 40 लोगों के साथ आए। उन्होंने उनके घर पर हमला कर दिया। उस हमले के चलते ही उसके भाई अनिल की मौत हुई है। इस शिकायत पर पुलिस ने दो को नामजद करते हुए अन्य पर धारा-148, 149, 323, 302 में केस दर्ज किया है। मौत पर दो दिन तक हंगामा हुआ था। वहीं दूसरे पक्ष ने भी मारपीट का केस दर्ज किया था। यहां पर दोनों पक्षों के बीच धर्मशाला में मंदिर बनाने पर विवाद हुआ है। एससी पक्ष के लोगों ने मंदिर बनाया था।