प्रदेश में इस वर्ष तीन करोड़ पौधे लगाए जाएंगे : सीएम मनोहर लाल खट्टर
प्रभ जीत सिंह (लक्की), यमुनानगर:
हरियाणा वन विभाग द्वारा 72वां राज्य स्तरीय वन महोत्सव स्वर्ण जंयती हॉल हुड्डा जगाधरी में मनाया गया। वन महोत्सव के शुभ अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने लोगों को वृक्षों की महति भूमिका जो वे पृथ्वी पर मानवता की सेवा हेतु सम्मानित करने के लिए समर्पित कार्यक्रम में हरियाणा के नागरिकों को चंडीगढ़ से संबोधित किया। जगाधरी में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में हरियाणा के वन मंत्री कंवर पाल ने भाग लिया। हरियाणा के स्कूली बच्चों को भी एजुसैट एप्लिकेशन के माध्यम से मुख्यमंत्री का प्ररेणादायी भाषण सुनने का अवसर मिला।
राज्य के लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा सरकार स्वच्छ और हरित हरियाणा के लिए प्रतिबद्ध है और इसी दृष्टि से राज्य में वनों को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। प्रदेश को स्वच्छ, हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त बनाने हेतु जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जन सहयोग लिया जा रहा है। प्रदेश में इस वर्ष तीन करोड़ पौधे लगाए जाएंगे, जिसमें किसानों के खेतों, पंचायत व संस्थागत भूमि व जंगलों में पौधरोपण शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने हमें ऑक्सीजन का महत्व और वृक्षों के उनके परोपकारी कार्य के बारे में सिखाया है। सरकार ने इस वर्ष के वृक्षारोपण कार्यक्रम को जीवन दायिनी ऑक्सीजन को समर्पित किया है और इस वर्ष के वृक्षारोपण का नाम ऑक्सी वन रखने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में ऑक्सी वन की स्थापना की जाएगी। ऑक्सी वन का काम करनाल शहर में शुरू किया जा चुका है। इसके मुख्य घटक चितवन (सौंदर्य का वन), अंतरिक्ष वन (राशि वन, नक्षत्र वन और नवग्रह वन), स्मृति वन, नीर वन (जल लिली का जंगल), आरोग्य वन, सुगंध वन, ऋषि वन, पाखी वन (पक्षियों के लिए जंगल) आदि होंगे। ऑक्सी वन में नेचर ट्रेल्स, एम्फीथिएटर और इंटरप्रिटेशन सेंटर भी होंगे।
नागरिकों को अपने घरों के आस-पास ही प्रकृति का अनुभव मिलेगा। मुख्यमंत्री ने हरियाणा के लोगों की सुविधा के लिए मोबाइल ई-पौधशाला नामक ऐप भी लॉन्च किया। उन्होंने ने कहा कि मोबाइल नर्सरी ऐप से लोगों की नर्सरी में पौधों पहुंच आसान होगी व पौधे प्राप्त करने में सुविधा होगी। वन मंत्री कंवर पाल ने अरावली-द लास्ट फ्रंटियर एंड धरोहर नामक स्मारिका का विमोचन भी किया। धरोहर एक छोटी पुस्तिका है जो हरियाणा में वन और वानिकी, कृषि वानिकी और वनस्पतियों और जीवों के संरक्षण के बारे में स्पष्ट जानकारी देती है। अरावली-द लास्ट फ्रंटियर अरावली पर एक सचित्र पुस्तक है जिसमें हरियाणा की अरावली पहाडिय़ों के अद्वितीय परिदृश्यों, वनस्पतियों और जीवों को दर्शाया गया है। उन्होंने पौधो की तकनीक नामक पुस्तिका का विमोचन भी किया। वन मंत्री कंवर पाल ने कहा कि स्कूली बच्चों को विशेष रूप से प्रकृति की शिक्षा सिखाने की जरूरत है और इसी दृष्टि से स्कूली बच्चे एजुसैट के माध्यम से इस कार्यक्रम से जुड़े हैं। लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के अलावा उन्होंने वृक्षारोपण उत्सव मनाने के महत्वपूर्ण काम में स्कूली बच्चों की भागीदारी पर बहुत जोर दिया।
पंचवटी के बारे में उन्होंने बताया कि इसका सांस्कृतिक, पौराणिक और पर्यावरणीय महत्व है। ऐसा माना जाता है कि भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण ने वनवास का एक बड़ा हिस्सा पंचवटी में बिताया था। यह भी माना जाता है कि रावण द्वारा माता सीता का अपहरण पंचवटी से किया गया था जब भगवान राम और लक्ष्मण हिरण का शिकार करने के लिए दूर थे। पंचवटी का शाब्दिक अर्थ है पांच पेड़। ये पेड़ हैं बरगद/बड़/बरगड़, पवित्र अंजीर/पीपल, बेलपत्र (बिलवा/बिल), आंवला और सीता अशोक। पौराणिक महत्व के अलावा, ये पेड़ बहुत सारे पारिस्थितिक और पर्यावरणीय लाभ प्रदान करते हैं। बड़ और पीपल दोनों को अम्ब्रेला ट्री के रूप में जाना जाता है और ये पेड़ पक्षियों, कीड़ों आदि सहित विभिन्न जीवन रूपों को भोजन और आश्रय प्रदान करते हैं। इससे पूर्व वन विभाग ने 22 जुलाई 2021 को वन एवं पर्यावरण विषय पर लिखित प्रश्नोत्तरी एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया था। चित्रकला प्रतियोगिता का विषय ऑक्सी वन था। राज्य स्तर पर प्रश्नोत्तरी के विजेताओं को यमुनानगर में वन मंत्री द्वारा क्रमश: पांच हजार, चार हजार और तीन हजार रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। जिला स्तर पर क्विज और पेटिंग के विजेताओं को क्रमश: तीन हजार, दो हजार और एक हजार रुपये दिए गए। उन्होंने वृक्षारोपण में अहम भूमिका निभाने के लिए पानीपत के गांव ग्वालड़ा की पूर्व सरपंच सहित अन्य 25 पूर्व सरपंचों, स्वयं सेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों को भी सम्मानित किया।
वन महोत्सव में अम्बाला लोकसभा के सांसद रतन लाल कटारिया, यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोडा ने भी अपने विचार रखे और लोगों से अपील की है कि सभी अधिक से अधिक पेड लगाए। कार्यक्रम में विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के बच्चों ने पौधारोपण के प्रति लोगों को प्रेरित करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। चंडीगढ़ में समारोह के दौरान डॉ. (श्रीमती) जी.अनुपमा प्रधान सचिव, वन, विभाग हरियाणा, वी. उमाशंकर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और अमित अग्रवाल मुख्यमंत्री हरियाणा के अतिरिक्त प्रधान सचिव उपस्थित थे। यमुनानगर में आयोजित समारोह में पूर्व विधायक बलवंत सिंह, मेयर मदन चौहान, हरियाणा व्यापारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष राम निवास गर्ग, हरियाणा समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्षा रोजी आनंद मलिक, भाजपा के जिला अध्यक्ष राजेश सपरा, महामंत्री सुरेन्द्र बनकट, कृष्ण सिंगला, अतिरिक्त उपायुक्त रणजीत कौर, पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नवीन आहूजा, वी.एस. तंवर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, हरियाणा (वन बल प्रमुख), प्रधान मुख्य वन सरंक्षक जगदीश चन्द्र एवं वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं यमुनानगर जिला प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहे।