देश की संसद के सामने जंतर मंतर पर जारी किसान की संसद में हर वर्ग का प्रतिनिधित्व हो, इसके लिए भारतीय किसान यूनियन ने जिले से सोमवार 26 जुलाई को 11 सदस्य महिला कार्यकत्तार्ओं को भेजा जाएगा। इस संबंध में भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष एवं संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सुभाष गुर्जर ने कहा कि देश की संसद में पिछले एक सप्ताह से सरकार ने किसान के समर्थन में न किसी दूसरे पार्टियों के लोगों की बात सुनी और न ही तीन कृषि काले कानूनों को रद्द करने के विषय में अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि किसान की आवाज को इस प्रकार आंख मूंदकर और कान बंद करके सरकार नहीं रोक सकती सकती। आज देश में यह आंदोलन जन आंदोलन का रूप ले चुका है और उसी के तहत हर वर्ग समुदाय के लोग इस में भाग ले रहे हैं। पूरे देश से किसान संगठनों कि अगले 22 दिनों तक चलने वाले इस संसद के सत्र के समक्ष अपनी बात रखेंगे।
आज महिला वर्ग देश में जहां परिवार को भलीभांति चला सकती हैं। वहीं समाज की समस्याओं को भी समझ कर उठाना और नेतृत्व देना जरूरी बन गया है। जिस प्रकार 8 महीने से किसान परिवार विभिन्न बार्डर पर बैठे हैं और लगातार धरने प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके पीछे परिवार की महिलाओं की विशेष भूमिका सदा महत्वपूर्ण रही है। अब महिलाएं भी इस आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लेंगी। संयुक्त मोर्चा के किसान नेता राकेश टिकैत के निदेर्शानुसार 200 महिलाओं में से जिला यमुनानगर से भी जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर के नेतृत्व में 11 महिलाएं किरण गुर्जर, निर्मला देवी धौडग, कमलजीत कौर, नरेंद्र कौर कुंजल, रजनी राणा गोलनी, नैबो देवी, दर्शनी देवी, अमरजीत कौर, मीना देवी सलेमपुर, सलामती व सतारा नाईवाला दिल्ली संसद में कूच करेगी। उन्होंने बताया कि यह 11 महिलाएं किसान यूनियन परिवार से जुड़ी हुई हैं और सभी किसान आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगी। जब तक काले कानून वापस नहीं होंगे, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इस अवसर पर कर्णबीर सलेमपुर जिला महासचिव, बाजिन्द्र राणा गोलनी प्रधान सरस्वती नगर, सुभाष शर्मा सबीलपुर, नजीर खान नाईवाला, जनक पांडो आदि मौजूद रहे।