प्रभजीत सिंह, यमुनानगर :
उपायुक्त गिरीश अरोरा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जल शक्ति मिशन के तहत जल सरंक्षण व वाटर रिर्चाजिंग से सम्बन्धित कार्यों को विशेष प्राथमिकता पर पूरा करे। उन्होंने कहा कि वर्षा ऋतु के दौरान भवनो की छत से बहने वाले वर्षा के पानी व अन्य भवनों और पार्कों में शाकेज पिट से जुडे कार्यों को 30 नवम्बर तक पूरा करें। उपायुक्त आज जिला सचिवालय में जल शक्ति मिशन के तहत किए जाने वाले कार्यों की समीक्षा के लिए आयोजित अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भूमि में जल स्तर निरंतर कम हो रहा है और आने वाले समय में जल की गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है। केन्द्र और राज्य सरकार ने इस समस्या की गंभीरता को देखते हुए जल संरक्षण की अन्य गतिविधियों के साथ-साथ वर्षा के दौरान बहने वाले फालतू पानी को वाटर रिर्चाजिंग प्रयोग के लिए भी योजनाएं लागू की है। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी भवनों में वाटर रिर्चाजिंग तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। इसके अलावा आंगनबाड़ी केन्द्रों, स्कूल भवनो में भी ऐसी तकनीक को अपनाया जा रहा है। उन्होंने इस मिशन के तहत सिंचाई विभाग, ग्रामीण विकास, कृषि एवं किसान कल्याण, लोक निर्माण विभाग, शहरी स्थानीय निकाय, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, पंचायती राज, शिक्षा, उद्योग, महिला एवं बाल विकास, वन विभाग सहित अन्य विभागों द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश भी दिए कि वे प्रत्येक मास के लिए लक्ष्य निर्धारित करके योजनाबद्घ तरीके से कार्यों को समय पर पूरा करें और कार्यालय स्तर पर भी निरंतर इनकी समीक्षा करें। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नवीन आहूजा, सिंचाई विभाग के अधीक्षक अभियंता, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी शंकर लाल गोयल सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।