पहाड़ों में हो रही लगातार बारिश और इस मानसून सीजन में पहली बार यमुना नदी उफान पर है। रात को पहाड़ों पर हुई भारी बरसात के कारण अचानक से जलस्तर बढ़कर 182 295 क्यूसेक पर पहुंच गया है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों के मुताबिक अभी जलस्तर और बढ़ने की उम्मीद है। 72 घंटे में देश की राजधानी दिल्ली में भी पानी पहुंच जाएगा।
प्रशासन ने किया अलर्ट, मुनादी कराई
यमुना नदी से सटे सभी गांव में अलर्ट जारी कर दिया गया है। निवर्तमान सरपंच और ग्राम सचिव के माध्यम से गांव में मुनादी कराई जा रही है कि कोई भी व्यक्ति यमुना नदी की साइड में न जाए। एसडीएम बिलासपुर जसपाल गिल का कहना है कि यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर पर प्रशासन की नजर है । अधिकारियों से संपर्क कर लोगों को जागरूक करने के लिए कहा जा रहा है। बाढ़ से निपटने के लिए हमने पूरे इंतजाम किए हुए हैं।
सुबह छह बजे बढ़ा जलस्तर
हथनी कुंड बैराज से मिली जानकारी के अनुसार सुबह पांच बजे तक यमुना नदी में सामान्य जलस्तर चल रहा था। छह बजे अचानक से यमुना नदी का जलस्तर 62985 पर पहुंच गया। उसके बाद सात बजे जलस्तर 72795 और आठ बजे एक लाख 82 हजार क्यूसेक पर चला गया।
नहरों की सप्लाई बंद
यमुना में बढ़ते लगातार जल स्तर के साथ जंगल वह पहाड़ों से कूड़ा करकट व शिल्ट आ रही थी। जिसको देखते हुए सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने सात बजे पश्चिमी यमुना नहर और पूर्वी यमुना नहर की सप्लाई पूर्णता रोक दिया है। अधिकारियों का तर्क है यदि सप्लाई नहरों की सप्लाई न रोकी जाती तो नहर चौक हो जाती। सप्लाई बंद होने पर हाइडल से बिजली उत्पादन भी बंद हो गया है ।यहां पर 30 मेगा वाट के करीब बिजली का उत्पादन होता है।
72 घंटे बाद दिल्ली में मचाएगा तबाही
हथनी कुंड बैराज से 182295 क्यूसेक पानी 72 घंटे में देश की राजधानी दिल्ली में पहुंच जाएगा। वहां पर यह पानी तबाही मचाएगा यदि जल स्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो यमुनानगर करनाल पानीपत में भी नुकसान पहुंचाएगा।