(Yamunanagar News) साढौरा। लाहडपुर के लक्ष्मी नारायण मंदिर में में चल रही भागवत कथा में शुक्रवार को कथा व्यास कैलाश चंद्र शास्त्री ने भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का विस्तार से वर्णन किया। कहा कि भगवान भक्तों के लिए अवतार लेते हैं। धरती पर जब अधर्म बढ़ जाता है, तो धर्म की स्थापना के लिए भगवान पृथ्वी पर अवतरित होते हैं। उन्होंने कृष्ण की बाल लीलाओं पर प्रकाश डाला।
शास्त्री ने पूतना वध, कंस वध के प्रसंगों पर विस्तार से प्रकाश डाला। शास्त्री ने कहा जो बाधा, अड़चन या व्यक्ति हमें धर्म के मार्ग पर चलने से रोकते हैं, वे पूतना के रूप होते हैं। धर्म ही कृष्ण है। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण की बाल एवं माखन लीलाओं को देखने के लिए तो स्वर्ग के देवता भी तरसते थे। कलयुग में श्रीमद भागवत कथा का श्रवण ही एक मात्र ऐसा साधन है, जिससे कि मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है। राजा परीक्षित और गोकर्ण सहित अनेक प्रमाण है कि श्रीमद भागवत से मोक्ष की प्राप्ति हुई है। इस दौरान आचार्य पंडित गौरव शास्त्री, मोहन लाल सैनी, निर्मला व समुत्रा देवी सहित महिलाएं उपस्थित रही।
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