Yamunanagar News : धर्म की रक्षा के लिए शास्त्रों के साथ शस्त्र की भी आवश्यकताः हरिश चंद्र

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To protect religion, weapons along with scriptures are also required Harish Chandra

(Yamunanagar News) यमुनानगर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जगाधरी नगर की ओर से सेक्टर 17 पार्ट-टू में विजय दशमी उत्सव एवं शस्त्र पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समाजसेवी धीरज लूथरा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। जिला संघ चालक डॉ रमेश धारीवाल, नगर संघ चालक मुल्कराज दुआ, अंबाला के विभाग प्रचारक हरिश चंद्र मंचासीन रहे। इस दौरान पथ संचलन भी हुआ।

जिसमें 350 से ज्यादा स्वयं सेवकों ने भाग लिया। पथ संचलन सेक्टर 17 से शुरू होकर, छोटी लाइन, सावनपुरी, दुर्गा गार्डन से होता हुआ सेक्टर 17 पार्ट-टू के पार्क में संपन्न हुआ।

हरिश चंद्र ने कहा कि आज सभी स्वयं सेवक शस़्त्र पूजन के लिए एकत्रित हुए है। भारतवासी एक हजार साल मुगलों व 300 साल अंग्रेजों के अधीन रहे। जिस कारण हम आत्म केंद्रित हो गए थे। उस समय क्रांतिकारी आजादी की बात करते थे। डॉ हेडगेवार को इस बात की चिंता थी कि हम गुलाम क्यों हुए। दुनिया की श्रेष्ठ संस्कृति की अवनती का क्या कारण रहा। देश की एकात्मकता हटने की वजह से हम गुलाम हुए।

हिंदू समाज के स्वाभिमान के लिए डॉ हेडगेवार ने एकत्रिकरण का काम किया। वर्ष 1925 में हिंदू समाज को संगठित करने का काम शुरू हुआ। जो कि आज भी जारी है। उन्होंने कहा कि आजादी के इतने साल बीत जाने के बाद भी आज भी हमें जगाने का प्रबोधन याद करवाया जा रहा है।

धर्म की रक्षा के लिए शस्त्र व शास्त्र, दोनों की आवश्यकता है। शक्ति का केंद्र शाखा है। हिंदूओं को संगठित करने के लिए शाखाएं शुरू की। उन्होंने कहा कि हिंदू पद्धति, जीवन जीने की पद्धति है। उन्होंने कहा कि संघ व्यक्ति निर्माण व राष्ट्र निर्माण के लिए कार्य कर रहा है। साथ ही उन्होंने स्वयं सेवकों से आह्वान किया कि संघ के शताब्दी वर्ष में शाखा का स्वरूप हर गांव व बस्ती तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें सभी की भागेदारी आवश्यक है।

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