(Yamunanagar News) यमुनानगर। सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के डिप्टी चेयरमैन धुम्मन सिंह किरमच ने बताया कि रामपुर हेडिय़ां, रामपुर कंबोयान व छलौर के बीच करीब साढ़े तीन सौ एकड़ पंचायती जमीन पर वाटर रिजर्वायर की खुदाई का काम मंगलवार से शुरू कर दिया गया है।

उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ विधिवत रूप से शुरू हो गया है। मुख्य प्रोजेक्ट सोमनदी में बैराज, हरियाणा-हिमाचल सीमा पर डैम जल्द ही बनाया जाएगा। बैराज की एक टेस्टिंग बाकी है। जिसकी सी.एस.एम.आर के वैज्ञानिक कार्य कर रहे हैं। करीब एक माह में टेस्टिंग क्लीयर होने के बाद डैम व बैराज का कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा। डैम के लिए वन विभाग से एन.ओ.सी मिलना बाकी है। विभाग से अंतिम दौर की वार्ता चल रही है। जो शीघ्र ही क्लीयर हो जाएगी। इस प्रोजेक्ट को लेकर मुख्यमंत्री व हरियाणा सरकार पूरी तरह से गंभीर है। पहली सरकार में जितने टेस्ट होने थे वो पूरे हो चुके हंै। केंद्रीय एजेंसियां सी.एस.एम.आर, जियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया देख रही हैं। डैम का निर्माण होने से किसानों को फायदा होगा। क्षेत्र में बाढ़ से होने वाले नुकसान से बचा जा सकेगा।

एस.ई अरविंद कौशिक व एक्सइएन नितिन भट्ट ने बताया कि उनका प्रयास है कि जिले की नदियों का एक बूंद भी पानी वेस्ट नहीं जाने दिया जाएगा। प्रशासन का प्रयास है कि सभी नदियों का जल जिले के लोगों की पानी की जरूरतें पूरी करे। बेकार में बहने वाले पानी पर रोक लगा कर गिरते भूजल में सुधार किया जाएगा। इससे खेती बाड़ी से जुड़े लोगों को काफी सुविधा मिलेगी। सरस्वती नदी को धरा पर उतारने का कार्य अब तेजी से हो रहा है। शीघ्र ही प्रोजेक्ट पूरा होगा, जिसके बाद सरस्वती नदी धरा पर बहेगी।

हरियाणा विद्युत आयोग के सदस्य मुकेश गर्ग ने बताया कि दर्शन लाल जैन के प्रयास शीघ्र ही फलीभूत होंगे। उनका कहना है कि इस कार्य में सभी गांवों के किसान पूरा सहयोग कर रहे है। उन्होंने रामपुर हेडिय़ान, छलौर व रामपुर कांबोयान के सरपंच का पंचायती जमीन सरस्वती बोर्ड को देने पर आभार जताया।
इस मौके पर सरपंच अमरजीत, चंदमोहन कटारिया, रिशीपाल जुड्डा, रमेश, रजनी बाला, केहर सिंह, पटवारी देवी चरण शर्मा, संजीव कुमार समेत अन्य गांववासी उपस्थित रहे।

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