(Yamunanagar News) यमुनानगर। ब्राह्मण सभा हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा बड़ौता ने कहा कि ब्राह्मण समाज जिस पार्टी का साथ देता है वह पार्टी सत्ता में आती है। सत्ता का द्वार ब्राह्मण समाज से गुजर के जाता है। इसलिए सभी राजनीतिक दलों को यह समझना चाहिए कि ब्राह्मण समाज के बिना उनकी गति नहीं है। वे अपने हक की मांग रहे हैं। हरियाणा विधानसभा चुनावों में ब्राह्मण समाज को कम से कम 20 टिकट मिलनी चाहिएं। यदि राजनीतिक दल समाज की अनदेखी करते हैं तो वह बड़ा निर्णय लेंगे।
ब्राह्मण सभा हरियाणा की मांग, ब्राह्मण समाज को कम से कम 20 टिकट दें राजनीतिक दल
ब्राह्मण सभा हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा बड़ौता बुधवार को भगवान श्री परशुराम भवन गोविंदपुरी यमुनागनर में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। ब्राह्मण सभा हरियाणा की ओर से पूरे प्रदेश में पत्रकार वार्ता के माध्यम से अपनी आवाज उठाई जा रही है। ब्राह्मण सभा हरियाणा की विधानसभा चुनावों में 20 टिकटों और राज्यसभा की टिकट की मांग है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरेंद्र शर्मा बड़ौता ने कहा कि राज्यसभा की सीट पर भी उनका दावा बनता है। भारतीय जनता पार्टी ने किरण चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है। वे कांग्रेस से मांग करते हैं कि ब्राह्मण को राज्यसभा की टिकट दी जाए। उन्होंने कहा कि 17 अगस्त को कैथल में ब्राह्मण समाज की प्रदेश स्तरीय मीटिंग बुलाई गई थी जिसमें कमेटी का गठित की गई थी। कमेटी ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था कि कि प्रदेश में सभी राजनीतिक दलों से कम से कम 20 टिकटों से मांगें जाएंगे। उसी कमेटी के निर्णय अनुसार ब्राह्मण सभा हरियाणा अपनी मांग उठा रहा है। यदि उनकी मांगों की अनदेखी की जाती है तो ब्राह्मण समाज एकजुट होकर अपना फैसला लेगा। ब्राह्मण समाज अपने मजबूत आजाद प्रत्याशी भी मैदान में उतार सकता है। उन्होंने कहा कि यदि कोई राजनीतिक दल ब्राह्मण समाज को दर किनार करेगा तो समाज बड़ा फैसला लेगा। ब्राह्मण समाज एक प्रदेश स्तरीय मीटिंग बुलाएगा और ब्राह्मण महासम्मेलन कर एक बड़ा निर्णय लिया जाएगा। इस अवसरपर राजकुमार भारद्वाज हिसार संरक्षक हरियाणा, विजय पाल शर्मा, राजकुमार शर्मा, ईश्वर पाडला, राजेंद्र अग्निहोत्री, संदीप शर्मा, जितेंदर कश्यप , रोशन लाल शर्मा, राकेश त्यागी, रामकरण शर्मा, विजय शर्मा, पंडित सूरजभान शर्मा, अनिल दत्त गौड़, अंकुश बक्शी, रामकेश भारद्वाज सहित अन्य मौजूद रहें।