- शहर में दो एमआरएफ सेंटर, चार नए पब्लिक टॉयलेट बनाने के लिए निर्णय
- छोटी स्वीपिंग मशीन से गलियों में सफाई करने की तैयारी, ट्रायल पर लाई जाएगी मशीन
- समय पर कचरा निस्तारण न करने पर एजेंसी को लगाया जाएगा जुर्माना
(Yamunanagar News) यमुनानगर। नगर निगम आयुक्त आयुष सिन्हा ने बुधवार को रेंट, इंजीनियरिंग व सफाई शाखा की बैठक ली। बैठक में कॉलोनियों की छोटी गलियों में सफाई के लिए छोटी स्वीपिंग मशीन खरीदने, दो एमआरएफ सेंटर बनाने, चार नए पब्लिक टॉयलेट बनाने व 15 नए ट्रैक्टर ट्रॉली खरीदने पर विचार किया गया। बैठक में कचरा निस्तारण समय पर न करने एजेंसी को जुर्माना लगाने का भी निर्णय लिया गया। बैठक में निगमायुक्त आयुष सिन्हा ने शहरी स्वामित्व योजना, रोड स्वीपिंग, सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण एवं रखरखाव, ट्रैक्टर ट्रॉलियां खरीदने को टेंडर लगाने, एमआरएफ सेंटर बनाने, मोबाइल टॉयलेट निर्माण, कैल कचरा प्लांट से कचरा निस्तारण व शहर की सफाई व्यवस्था समेत कई मुद्दों पर अधिकारियों से चर्चा की।
बैठक में सबसे पहले शहरी स्वामित्व योजना पर विचार विमर्श किया गया। जिसमें बताया गया कि साल 2021 में 20 साल से अधिक समय से किराया व लीज पर दुकान या संपत्ति पर काबिज लोगों को मालिकाना हक प्रदान करने के लिए आई फाइलों में से 563 स्वीकृत की गई है। शर्तें पूरी न करने पर 316 निरस्त कर दी गई, जबकि कुछ पेंडिंग है। इसी तरह साल 2023 में कुल 33 फाइलों में से सात स्वीकृत की गई, 12 निरस्त और कुछ लंबित है। लंबित फाइलों का जल्द निपटान करने के लिए निगम आयुक्त आयुष सिन्हा ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में उप निगम आयुक्त डा. विजय पाल यादव, एसई हेमंत कुमार, एक्सईएन विकास धीमान, एक्सईएन सुखविंद्र सिंह, एमई कुलदीप यादव, मुनेश्वर भारद्वाज, जेडटीओ अजय वालिया, सीएसआई हरजीत सिंह, सीएसआई सुनील दत्त समेत विभिन्न शाखाओं के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
शहर में बनेंगे चार नए पब्लिक टॉयलेट-
बैठक में शहर में चार नए पब्लिक टॉयलेट व केयर टेकर का निर्माण करने पर भी विचार किया गया। अधीक्षण अभियंता हेमंत कुमार व एक्सईएन विकास धीमान ने बताया कि नगर निगम द्वारा लगभग 55 लाख रुपये की लागत से वार्ड चार की इंदिरा कॉलोनी, 12 के पांसरा व शादीपुर व वार्ड 18 के जोडियो गांव में शौचालय बनाए जाने है। इसके अलावा 37 शौचालयों की मरम्मत की जानी है। इनमें से सात की मरम्मत हो चुकी है। बाकी की जल्द ही की जाएगी। निगम आयुक्त सिन्हा ने अधिकारियों को सभी साइट का विजिट कर नए शौचालयों का निर्माण करने के निर्देश दिए। साथी ही निर्देश दिए कि पीतल व स्टील के नल चोरी हो रहे है, इसलिए शौचालयों में प्लास्टिक के नल लगाए। इसके अलावा मोबाइल टॉयलेट भी खरीदे जाएंगे। निगम द्वारा 15 ट्रैक्टर ट्रॉली खरीदने पर भी विचार विमर्श किया गया।
गुलाब नगर व शादीपुर में बनाए जाएंगे एमआरएफ सेंटर –
डोर टू डोर कचरा एकत्रित करने के बाद रेहड़ी व छोटे वाहनों द्वारा उसे कचरा प्लांट पहुंचाने में अधिक समय लगता है। इसके लिए नगर निगम द्वारा गुलाब नगर व शादीपुर में दो पक्के एमआरएफ सेंटर बनाए जाएंगे। इस एमआरएफ सेंटर में आने वाला कचरे को अलग अलग किया जाएगा। यहां से गीला व सूखा कचरा अलग अलग किया जाएगा। गीले कचरे से खाद तैयार करने को पिट भी बनाए जाएंगा। एमआरएफ सेंटर में शैड लगाया जाएगा। नीचे से सीमेंट कंकरीट द्वारा पक्का किया जाएगा। बैठक में पहले ट्रायल के रूप में एक स्वीपिंग मशीन खरीदने का निर्णय लिया गया। यह मशीन पहले ट्रायल के रूप में कॉलोनियों की तंग गलियों की सफाई करेगी। यदि यह मशीन सफल होती है तो दोनों जोन के लिए अलग अलग छोटी स्वीपिंग मशीनें लाई जाएगी।
समय पर कचरा निस्तारण न करने पर एजेंसी पर लगाया जाएगा जुर्माना –
बैठक में कचरा निस्तारण प्लांटों में निर्धारित समय पर कचरे का निस्तारण न करने पर एजेंसी को जुर्माना लगाने का निर्णय लिया गया। प्लांट में रखे कचरे के निस्तारण के लिए एजेंसी को अब दिन रात ट्रॉमल चलाने के निर्देश दिए गए। प्लांट में कचरा निस्तारण नहीं होने पर एजेंसी पर पांच हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना लगाया जाएगा। इसके अलावा एजेंसी को शोकॉज नोटिस जारी किया जाएगा। इसके अलावा बैठक में डोर टू डोर कचरा एकत्रित, सफाई व्यवस्था सुदृढ़ करने, कचरा का समय पर निस्तारण करने पर गहनता से चर्चा की गई।
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