(Yamunanagar News) यमुनानगर। बिलासपुर के उपमंडल अधिकारी जसपाल सिंह गिल ने बताया कि सुप्रसिद्व ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल कपाल मोचन विभिन्न वर्गों, धर्मों और जातियों की एकता का प्रतीक है। कपाल मोचन यमुनानगर जिला से करीब 25 किलोमीटर के सिन्धुवन में बिलासपुर के साथ स्थित है।
प्रदेश स्तरीय श्री कपाल मोचन आदि बद्री मेला 11 से 15 नवंबर 2024 तक चलने वाले इस मेले में राष्ट्र के विभिन्न प्रांतों से लाखों की तादात में हिन्दू, मुस्लिम व सिख श्रद्धालु प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की पूर्णिमा के मौके पर यहां आते हैं और मोक्ष की कामना से पवित्र सरोवरों में स्नान करते हैं।
पुराणों के मुताबिक कपाल मोचन तीर्थ तीनों लोकों में पाप से मुक्ति दिलाने वाला पावन तीर्थ स्थल है। मेले में आने वाले यात्रियों की सुख-सुविधा को देखते हुए मेला प्रशासन द्वारा व्यापक प्रबंध किए जाते हैं। जिसमें यात्रियों के लिए स्वच्छ पेयजल, सफाई व्यवस्था, आग से बचाव, चिकित्सा सहायता व मेला क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस का विशेष प्रबंध किया जाता है।
मेला प्रशासक एवं एसडीएम जसपाल सिंह गिल ने बताया कि मेले में आए यात्रियों की सुविधा हेतु मेले में पूछताछ एवं सूचना केन्द्र की स्थापना, मेले में स्वच्छ एवं रोग रहित वातावरण, जनाना घाटों पर विशेष सुरक्षा प्रबंध, तीर्थ यात्रियों के लिए मुफ्त दवाइयों का प्रबंध, अस्थायी शौचालयों का निर्माण, बिजली की व्यवस्था, मेले में वाहन पार्किंग की व्यवस्था के अलावा पवित्र सरोवरों में स्नान के लिए उचित प्रबंध किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि मेरा श्री कपाल मोचन आदि बद्री के सभी आवश्यक प्रबंध समय रहते पूर्ण कर लिए जाएंगे।
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