Yamunanagar News : राइस मिलर्स के अटके पांच सौ रूपये के भुगतान के पश्चात आगामी सीजन के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू होगा: बंसल

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Registration will start after the pending payments of rice millers are cleared: Bansal
जिला यमुनानगर के राइस मिलर्स मांगों को लेकर विचार विर्मश करते हुए, 

(Yamunanagar News ) बिलासपुर। आगामी धान सीजन में जीरी कुटाई को लेकर जिला राइस मिलर्स ऐसोसिएशन की बैठक का आयोजन जिला प्रधान मनीष बंसल की अध्यक्षता में रामलीला भवन में किया गया। बैठक में जिले के राइस मिलर्स ने अपनी मांगों व समस्याआें को लेकर विचार विर्मश किया। जिला प्रधान मनीष बंसल के सरकार व भारतीय खाद्य निगम की गलत नीतियों के कारण राइस मिलर्स मुश्किल के दौर से गुजर रहा है। प्रधान मनीष बंसल ने कहा कि जब तक राइस मिलर्स को गत वर्ष के बकाया पांच सौ रूपये करोड़ रूपये का भुगतान नही किया जाता है तब तक कोई भी राइस मिलर्स आगामी सीजन के लिए रजिस्ट्रेशन नही करेगा। वर्ष 2023-24 में कुछ राइस मिलर्स को चावल अपने जिले से बाहर अन्य जिलों में लगाना पड़ा था जिसके कारण राइस मिलर्स को दिक्कतों का समाना करना पड़ रहा है। सीएमआर की डिलवरी बिना किसी अतिरिक्त ट्रासपोर्टेंशन के दी गई जिसके कारण मिलर्स पर अधिक आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा। गत वर्ष का चावल सप्लाई का किराया एफसीआई की पोलिसी के मुताबिक इस वर्ष दिलवाने की कृपा की जाए। सीजन शुरू होने से पहले मिलर्स को चावल लगाने के लिए जगह िनर्धारित की जाए। स्टेशन के अनुसार गोदाम में जगह उपलब्ध की सूची बना कर जारी जाए, राइस मिलर्स को अपने स्टेशन के समीप गोदाम में चावल लगाने के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध करवाई जाए।

चावल की उपज का 67 प्रतिशत की जगह 62 प्रतिशत होना चाहिए। पहले किसान हाइब्रिड जरी लगाते थे जिसके कारण उपज 60 से 62 प्रतिशत तक सीमित रह जाती है जबकि सीएमआर पालिसी के अनुसार मिलर्स को उपज का 67 प्रतिशत देना होता है जाे कि सही नही है। चावल की सीएमआर डिलवरी में टुकडे की मात्रा पच्चीस प्रतिशत से बढ़ाकर 35 प्रतिशत की जाए। राइस मिलर्स की जिम्मेदारी केवल मिलिंग की होनी चाहिए। देश के छतीसगढ़ राज्य में राइस मिलर्स को मिलिंग चार्च सौ रुपये प्रति क्विवंटल मिलता है जबकि हरियाणा प्रदेश में दस रुपये प्रति क्किंवट मिलता है जो कि बहुत कम है उसको बढ़ा कर सौ रुपये प्रति क्विंवटल किया जाए। सीजन के दौरान राइस मिलर्स को अपने स्टेशन की बजाए दूसरे स्टेंशन में चावल लगाना पड़े तो उक्त गोदाम तक राइस मिलर्स को अतिरिक्त किराया दिया जाए। राइस मिलर्स ने चेतावनी देते हुए कहा कि उक्त समस्याओं को जल्दसमाधान नही किया गया तो आगामी धान सीजन में राइस मिलर्स सीएमआर का कार्य करने में असमर्थ होंगे । ऐसी स्थिति में विभाग धान सीजन में खरीदी जाने वाली जीरी के भंडारन का प्रबंधन स्वयं करेंगी। इस मौके पर प्रवीन बटार,अजय अग्रवाल, अनुज अग्रवाल, आशु, गौरव शर्मा, संदीप सिंगला, मयंक ,नमन, सौरभ, अवध बंसल, मनीष बंसल, नरेश राणा, नीलम प्रजापत, सुनील प्रजापत, विपन मित्तल, पीयुश गर्ग,चिराग गंभीर, श्याम गंभीर, सहित अनेक राइस मिलर्स मौजूद रहे।