श्री हरकिशन धियाइये, जिस दिट्ठे सब दु:ख जाए
(Yamunanagar News) यमुनानगर। गुरुद्वारा सिंह सभा जगाधरी वर्कशॉप में श्री गुरु हरकिशन महाराज जी का प्रकाश पर्व उत्साह और श्रद्धा पूर्वक मनाया गया। इसी उपलक्ष में गुरुद्वारा सिंह सभा जगाधरी वर्कशॉप मे कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया। जिसमें पंथ के प्रसिद्ध रागी कीर्तनी कथा वाचकों ने हाजिरी लगाई और संगत को गुरबाणी के साथ जोड़ा।
भाई अंतरध्यान सिंह ने बताया कि वह हर वर्ष गुरु हरकिशन जी के प्रकाश पर्व संगत और गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सहयोग से मनाते आ रहे हैं। जिसमें संगत उत्साह से पहुंचती है सुबह श्री अखंड पाठ साहिब का भोग डालने के बाद शाम के समय कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया। इसके उपरांत संगत लंगर भी वितरित किया गया।
भाई सरबजीत सिंह ने बताया कि सिखों के आठवें गुरु हरकिशन सिंह जी का जन्म श्रावण मास में कीरतपुर साहिब में हुआ था। उनके पिता सिख धर्म के सातवें गुरु, गुरु हरिराय जी थे और उनकी माता का नाम किशन कौर था। गुरु हर किशन जी ने ऊंच-नीच और जाति का भेदभाव मिटाकर सेवा का अभियान चलाया। गुरु हर किशन जी का जीवन काल केवल आठ वर्ष का ही था। भाई प्रभजीत सिंह ने युवाओं को गुरुजी के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए।