यमुनानगर। सरदार परमजीत चांगनोली ने कहा कि 1 सितंबर को करनाल में होने वाले सिख सम्मेलन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें। हरियाणा सिख गुरद्वारा प्रभंधक कमेटी के इलेक्शन और हरियाणा राजनीति में सिखों की भागीदारी का मुख्य मुदा है।
उन्होंने कहा कि सरदार जगदीश सिंह झींडा ने साल 2000 से हरियाणा सिख गुरुद्वारा परबंधक परदेश की अलग कमेटी के लिए जी तोड़ संघर्ष किया। इसके दौरान उन्होंने पुलिस की लाठियां खाई, जेल गए कई सदस्यों की इसमें जान तक गई!ऐसे में कमेटी में उन्हें 50 प्रतिशत भी स्थान नहीं दिया गया।2014 में बनी एडहॉक कमेटी ने संघर्ष करने वाले चार सदस्यों को लिया गया जबकि 30 सदस्य बाहर से लिए गए थे । झींडा ने कहा था कि उन्हें पद की लालसा नहीं थी लेकिन साथियों व संगत की अनदेखी वे सहन नहीं कर पा रहे। यहां जगदीश सिंह ने त्याग पत्र देने को अंतरात्मा की आवाज बताया। इस दौरान उनके साथ जोगा सिंह, जोगिंद्र सिंह झींडा, कश्मीर सिंह, दलबीर सिंह बाजवा, बाबा सुरेन सिंह सहित अनय शामिल थे वह कल आहलूवाला गुरद्वारा साहिब में 1 सितंबर को गुरुद्वारा साहिब शहीद बाबा जंग सिंह करनाल में होने वाले सिख सम्मेलन का न्योता देने वो यमुनानगर आये और कल मैंने उनको अपना और अपने साथियों की तरफ़ से पूरा समर्थन देने का वायदा किया भविष्य में भी उनको अपनी तरफ़ से तन मन धन से पूरा सहयोग करूँगा! इस अवसर पर सरदार जगदीश सिंह झिंडा, दलजीत सिंह बाजवा, हरप्रीत सिंह जंगी, परमजीत सिंह, गुरभजन सिंह मारवा उपस्थित रहे।