Yamunanagar News : विजयदशमी पर्व पर स्वयंसेविकाओं ने परंपरानुसार किया शस्त्र पूजन

0
95
On the occasion of Vijayadashami festival, the volunteers worshipped the weapons as per tradition
शस्त्र पूजन में भाग लेती हुए स्वयंसेविकाएं।

(Yamunanagar News) बिलासपुर। राष्ट्र सेविका समिति खंड बिलासपुर के द्वारा विजयदशमी पर्व पर महार्षि वेद व्यास भवन में स्वयंसेविकाओं ने परंपरानुसार शस्त्र पूजन किया। कार्यकम की शुरुआत मां जगदम्बा, प्रभु श्रीराम के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया। प्रवीन धारीवाल ने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य संघ कार्यकर्ताओं के बीच एकता, अनुशासन और शक्ति का प्रदर्शन करना होता है।

शस्त्र पूजन संघ की सांस्कृतिक और धार्मिक मान्यताओं का हिस्सा है, जो शक्ति और धैर्य का प्रतीक माना जाता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के छह उत्सवों में से एक विजयादशमी को अपने स्थापना दिवस के रूप में भी मनाता है। जैसे प्रभु श्रीराम ने वनवास के दौरान हिंदू समाज को जागृत और एकजुट किया, वैसे ही संघ की शाखाएं स्वयंसेवकों का शारीरिक और मानसिक विकास कर उन्हें अनुशासन सिखाती हैं, जो समाज के उत्थान में सहायक होता है।

संघ अपने 100वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है और देश को तोड़ने वाली विघटनकारी शक्तियों के षड्यंत्र को सफल नहीं होने देगा। उन्होंने कहा कि मानवता का उद्देश्य सबके कल्याण और सुख में निहितार्थ है। संघ द्वारा किए जा रहे कार्याें को सराहते हुए मुख्य वक्ता ने कहा कि इनको देखकर संतुष्टि मिलती है व साथ ही प्रेरणा कि समाज का हर काम निस्वार्थ भाव से किया जाना चाहिए। इसी से देश आगे बढ़ता रहे ओर भारत माता की जय जयकार हो।

राजेश रानी ने आतंकवाद, नक्सलवाद समेत अन्य देश विरोधी ताकतों से निपटने के लिए समाज को हमेशा तत्पर रहने का संदेश दिया, साथ ही शस्त्र पूजन का महत्व भी बताया। उन्होंने बताया कि हिंदुत्व की परिभाषा है कि सत्य का साथ दो, अन्याय से लड़ो और कभी दूसरे के धन संपत्ति की लालसा न रखो। संघ स्वयंसेवकों को तराशने व उनमें देश प्रेम, सेवा और समर्पण जैसे गुण भरने का कार्य करता है। इस मौके पर जसविंद्र कौर, रीटा, मोनिका, योगिता, सुनीता मलिक, काजल, मोनिका, अमिता अरोड़ा, महक, मनप्रीत, मुस्कान, आंचल, कामना, अंजलि, बेबी, बबली सहित अनेक स्वयंसेवक मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें: Kurukshetra News : लाडवा के सम्पूर्ण विकास हेतु एकजुट होकर करेंगे कार्य: नवीन जिंदल