(Yamunanagar News) यमुनानगर। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा आज अनाज मंडी रादौर में प्राकृतिक खेती के प्रति किसानों को जागरूक करने के लिए जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कृषि एवं किसान कल्याण, बागवानी, पशुपालन व मत्स्य पालन मंत्री श्याम सिंह राणा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। यहां पहुंचने पर कृषि विभाग के अधिकारियों ने मुख्यातिथि का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्याम सिंह राणा ने कार्यक्रम स्थल पर कृषि यंत्रों से संबंधित लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। जिला स्तरीय कार्यशाला में उपस्थित किसानों को सम्बोधित करते हुए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि रासायनिक खादों व कीटनाशकों के अत्यधिक प्रयोग से भूमि पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है तथा पर्यावरण भी प्रदूषित हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती अपना कर हम भूमि की गुणवत्ता में सुधार ला सकते है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक तौर पर उगाई गई फसलें ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक होती है तथा बाजार में उनकी कीमत भी अधिक मिलती है।
प्राकृतिक खेती का अर्थ है सूक्ष्म जीवाणुओं की खेती : कृषि मंत्री
कृषि मंत्री ने कहा कि प्राकृतिक खेती का अर्थ है सूक्ष्म जीवाणुओं की खेती। रासायनिक खेती से हमारे प्राकृतिक संसाधनों का अत्याधिक शोषण हो रहा है तथा फसल का खर्चा बढ़ने के साथ-साथ उपज में भी ठहराव आ गया है। प्राकृतिक खेत में किसी भी खाद का प्रयोग नहीं किया जाता बल्कि जीवामृत व घनजीवामृत के माध्यम से जीवाणुओं का कल्चर डाला जाता है। प्राकृतिक खेती में बाजार से कुछ भी खरीदने की जरूरत नहीं पड़ती। इस पद्धति में फसल में कीड़े व बीमारियों का प्रकोप भी बहुत कम होता है। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री द्वारा क्षेत्र के प्रगतिशील किसानों को सम्मानित भी किया गया। उन्होंने किसानों को फसलों के अवशेष न जलाने बारे भी जागरूक किया।
इस अवसर पर विशेषज्ञों द्वारा किसानों व कृषि से जुड़ी विभिन्न योजनाओं व प्राकृतिक खेती के बारे में किसानों को विस्तार से जानकारी दी गई। विभागों द्वारा किसानों के लिए चलाई जा रही योजनाओं तथा उन योजनाओं को प्राप्त करने के लिए लगने वाले दस्तावेजों के बारे में भी विस्तार पूर्वक बताया गया। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा चलाई गई योजनाओं के लिए मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण अवश्य करवाए तथा अधिक जानकारी के लिए अपने नजदीकी कृषि कार्यालय से सम्पर्क करें।
कृषि उप निदेशक डॉ. आदित्य प्रताप डबास ने जिला स्तरीय कार्यशाला में पहुंचने पर मुख्य अतिथि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा का पुष्पगुच्छ व स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया। उन्होंने यहां पहुंचने पर सभी किसानों का भी धन्यवाद करते हुए कृषि विभाग के द्वारा किसानों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी तथा किसानों को प्राकृतिक खेती करने के बारे में प्रोत्साहित भी किया।
जिला स्तरीय कार्यक्रम में पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित कृषि विशेषज्ञ डॉ. हरिओम ने बताया कि गुरुकुल कुरुक्षेत्र में प्राकृतिक खेती करके फसलें उगाई जाती हैं। उन्होंने कहा कि केंचुए की मात्रा तथा जीवाणुओं की मात्रा व गुणवत्ता खेत की ताकत का द्योतक है और जीवाणु व केंचुए बढ़ते है तो खेत का जैविक कार्बन स्वत: ही बढ़ जाता है। कार्यक्रम में मंच संचालन डीआईपीआरओ डॉ. मनोज कुमार ने किया। कार्यक्रम में प्रतिभागियों को संविधान प्रस्तावना का वाचन भी करवाया गया।
इस मौके पर भाजपा के जिला अध्यक्ष राजेश सपरा, जिला परिषद के सीईओ वीरेन्द्र सिंह ढुल, जिला बागवानी अधिकारी डॉ. कृष्ण कुमार, कृषि विशेषज्ञ व वैज्ञानिक डॉ. संदीप रावल, डॉ. आशिमा खान, सरदार बेअंत सिंह सहित भाजपा के अन्य पदाधिकारी, कार्यकर्ता तथा बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।