(Yamunanagar News) प्रतापनगर। बच्चों की परवरिश में मां की भूमिका को लेकर एक महत्वपूर्ण सेमिनार का आयोजन पढ़ो लिखो बढ़ो शिक्षा केंद्र, फैजपुर में किया गया। कार्यक्रम में बच्चों की तरबियत के अहम पहलुओं पर चर्चा की गई और मां की जिम्मेदारियों को बेहतर ढंग से निभाने के सुझाव दिए गए।
सेमिनार की मुख्य वक्ता आलिमा नसरीन अफ़रोज़ा (प्रिंसिपल) और आलिमा सालीया परवीन (सचिव, मिफ्ता-उल-उलूम, गढ़ी अब्दुल्ला, जिला शामली) ने बच्चों की परवरिश में मां के योगदान को रेखांकित करते हुए बताया कि मां की भूमिका केवल बच्चों को पालने तक सीमित नहीं है, बल्कि उनका नैतिक, शैक्षणिक और चारित्रिक विकास भी मां की अहम जिम्मेदारी है। उन्होंने मांओं को बच्चों के साथ संवाद और अनुशासन में संतुलन बनाए रखने की सीख दी।
मां अपने बच्चों के भविष्य को संवारने में सबसे बड़ी मार्गदर्शक
कार्यक्रम की अध्यक्षता मौलाना अजमत कासमी ने की। उन्होंने बच्चों की तरबियत में इस्लामी शिक्षाओं की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि एक मां अपने बच्चों के भविष्य को संवारने में सबसे बड़ी मार्गदर्शक होती है। इस कार्यक्रम में फैजपुर और आसपास के गांवों की सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया। महिलाओं ने वक्ताओं द्वारा दिए गए सुझावों को ध्यानपूर्वक सुना और उन्हें अपनी जिंदगी में अपनाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए संस्था पढ़ो लिखो बढ़ो चैरिटेबल ट्रस्ट कि ओर से सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया और ऐसे ही प्रेरणादायक आयोजनों को आगे भी जारी रखने की घोषणा की। कार्यक्रम में संस्था पढ़ो लिखो बढ़ो चैरिटेबल ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी दीपक बंसल, रीना धीमन, सरिता, रिजवान, ज़िकरा,अनस,अज़का, संजीदा, नसरीन, आबिदा, शहनाज़ आदि मौजूद रहे।
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