क्रेशर जोन बल्लेवाला में सेल परचेज के नाम पर करोड़ों का चूना

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Lime of Crores in the Name of Sale Purchase in Crusher Zone Ballewala
Lime of Crores in the Name of Sale Purchase in Crusher Zone Ballewala

प्रभजीत सिंह लक्की, Yamunanagar News:
बल्लेवाला क्रेशर जोन में अवैध खनन इस समय चरम पर है। जोन में चारों तरफ खनन माफिया जेसीबी लेकर खुदाई करते नजर आते हैं। अवैध खनन में शामिल माफिया को प्रशासन का किसी भी प्रकार का डर नहीं है।

मुख्य सचिव ने डीसी और एसपी को दिए थे निर्देश

हरियाणा सरकार के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने पिछले महीने अवैध खनन को पूरे प्रदेश के डीसी और एसपी की वीडियो कांफ्रेंसिंग से मीटिंग लेकर अवैध खनन पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए थे। इसक बाद डीसी ने खनन विभाग व अन्य विभागों के अधिकारियों की मीटिंग लेकर अवैध खनन पर सख्ती से कार्रवाई के लिए निर्देश दिए थे। पर उसके बावजूद भी बल्लेवाला क्रैशर जोन में हो रहे अवैध खनन पर कोई भी अंकुश नहीं लग पाया है। क्रैशर जोन बल्लेवाला बेलगढ मुजैदवाला कोलीवाला में रोजाना लाखों फिट अवैध खनन सामग्री की खुदाई की जा रही है।

अधिकारियों की ठेकेदारों से साठगांठ

कहने को खनन विभाग ने क्रेशर जोन में कर्मचारी तैनात कर रखे हैं। पर इन कर्मचारियों के होने ना होने से खनन माफिया को कोई फर्क नहीं पड़ता। खनन विभाग के यह कर्मचारी खनन माफिया के रहमोकर्म पर ही क्रेशर जोन में उनके क्रेशरों के कमरों में ही ठहरते हैं। ऐसे में यह कर्मचारी उन लोगों के खिलाफ विभाग को किसी भी प्रकार की सूचना नहीं दे सकते। क्रेशर जोन में इस समय चारों तरफ धड़ल्ले से अवैध खनन हो रहा है।

ठेकेदारों के इशारे पर हो रहा खनन

क्रेशर जोन बल्लेवाला बेलगढ कोलीवाला मांडेवाला में अवैध खनन रायलटी ठेकेदारों के इशारे पर ही हो रहा है। रायलटी ठेकेदार इन अवैध खनन करने वालों को किसी दूसरे घाट से परचेज देकर इनके अवैध खनन को वैध बना रहे हैं। इसकी एवज में इनसे मोटी रायलटी भी वसूल करते हैं। इस समय क्रैशर जोन व उसके आसपास जितने भी घाट है। सभी सरकार द्वारा या तो बंद है या फिर सस्पेंड किए हुए हैं।

ऐसे में रायलटी ठेकेदारों की भी कमाई डबल हो रही है। क्योंकि घाट बंद व सस्पेंड होने से सरकार को रायलटी की किश्त भी नहीं देनी पड़ रही। इस तरह क्रैशर जोन में पिछले कई महीने से करोड़ों रुपए का अवैध खनन कर उसको रायलटी ठेकेदारों की मेहरबानी से वैध बनाया जा रहा है। सरकार को पिछले दो महीने में ही लगभग 50 करोड का चूना लग चुका है।

घोटाले को उजागर करने की तैयारी

जिले में पिछले सात साल में करोड़ों का अवैध खनन घोटाला हुआ है। सैकड़ों एकड़ जमीन अवैध खनन कर बर्बाद कर दी है। इससे कृषि योग्य भूमि वन विभाग के जंगलों के पास लंबे समय से अवैध खनन हुआ है। इतने बड़े पैमाने पर हुए खनन को लेकर सम्बंधित विभागों की क्या भूमिका रही है। जमीनों को तालाब बना दिया गया है। समय रहते सरकार व प्रशासन ने कारवाई क्यों नहीं की। यह सब जांच का विषय है। जिसको लेकर सामाजिक संगठन व एनजीओ एनजीटी कोर्ट में जाने की तैयारी में है। एनजीटी कोर्ट के माध्यम से जिले में हुए अरबों रूपए के घोटाले को उजागर कर भ्रष्ट अधिकारियों पर भी कार्रवाई करवाने का कार्य करेगी।

कार्रवाई के लिए बना दी है टीम: धीमान

इस बारे जिला खनन अधिकारी राजीव धीमान का कहना है कि उन्होंने अभी एक सप्ताह पहले जिले का चार्ज लिया है। जिले में अवैध खनन करने वालों पर कार्रवाई के लिए टीमें बना दी है। सभी जगह अवैध खनन करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई की जारही है। जिस जगह पर अवैध खनन हुआ है उसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

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