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निक्कियां जिंदां, वड्डा साका”….
(Yamunanagar News) यमुनानगर। साहिबजादों की शाहदत की याद में निरवैर हेल्पिंग हैंड संस्था की और से जगाधरी वर्कशॉप के सिंह सभा गुरद्वारा साहिब में कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया जिसमे पंथ के प्रसिद्ध रंगी कीर्तनी कथा वाचकों ने संगत को इतिहास से जोड़ा
ग्रंथी भाई परगट सिंह ने कथा करते हुए छोटे साहिबजादों के इतिहास से संगत को जोड़ा छोटी सी उम्र में उन्होंने शाहदत दी सरसा नदी पर जब गुरु गोबिंद सिंह जी परिवार से जुदा हो रहे थे, तो एक ओर जहां बड़े साहिबजादे गुरु जी के साथ चले गए, वहीं दूसरी ओर छोटे साहिबजादे जोरावर सिंह और फतेह सिंह, माता गुजरी जी के साथ रह गए थे ”निक्कियां जिंदां, वड्डा साका” गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों की शहादत को जब भी याद किया जाता है तो सिख संगत के मुख से यह लफ्ज़ ही बयां होते हैं। रागी रणजीत सिंह मलकीत सिंह ने शब्द कीर्तन से संगत को जोड़ा लंगर की अटूट सेवा चलाई गई ।
मरीजों के लिए लगाया निशुल्क शिविर
इस दौरान दातों और आँखों का निशुल्क शिविर का आयोजन किया गया। एडवांस आई हॉस्पिटल और फॅमिली डेंटल केयर की और से मरीजों की निशुल्क जाँच और दवाएं वितरित की गई। निरवैर हेल्पिंग हैंड संस्था के सदस्यों ने बताया की साहिबजादों के इतिहास से सभी प्रेरणा लेनी चाहिए। संस्था की और से समाज में जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए विभिन कार्यक्रम किये जाते है। संस्था मानव सेवा के उदेश्य से कार्य करती है।