(Yamunanagar News) यमुनानगर। स्थानीय ग्रीन पार्क कॉलोनी में करवाचौथ पर्व बड़ी श्रद्धा व धूमधाम के साथ मनाया गया। इस दौरान महिलाओं ने व्रत रखकर पूजा अर्चना की। साथ में महिलाओं ने नाच गाकर इसे उत्सव के रूप में मनाया। महिलाओं का उत्साह देखते ही बनता था।
करवाचौथ पर्व को लेकर महिलाएं कई दिनों से तैयारी कर रही थी। आज सुबह महिलाओं ने अल सुबह उठकर सरगी खाई और उसके बाद सारा दिन निर्जला व्रत रखा। दोपहर बाद पूजा अर्चना की गई।
पंडिताइन सुषमा शर्मा ने व्रत के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि करवाचौथ’ शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है, ‘करवा’ यानी ‘मिट्टी का बरतन’ और ‘चौथ’ यानि ‘चतुर्थी’। इस त्योहार पर मिट्टी के बरतन यानी करवे का विशेष महत्व माना गया है। सभी विवाहित स्त्रियां सालभर इस त्योहार का इंतजार करती हैं और इसकी सभी विधियों को बड़े श्रद्धा-भाव से पूरा करती हैं। करवाचौथ का त्योहार पति-पत्नी के मजबूत रिश्ते, प्यार और विश्वास का प्रतीक और पति की आयु बढ़ाने के लिए किया जाता है।
मेहंदी क्यों लगाते है
ग्रीन पार्क निवासी अंजू मेहता ,मधु, अलका व मीनू मेहता का कहना है कि मेहंदी सौभाग्य की निशानी मानी जाती है। भारत में ऐसी मान्यता है कि जिसके हाथों की मेहंदी ज्यादा गहरी रचती है, उसे अपने पति तथा ससुराल से अधिक प्रेम मिलता है। लोग ऐसा भी मानते हैं कि गहरी रची मेहंदी आपके पति की लंबी उम्र तथा अच्छा स्वास्थ्य भी दर्शाती है। उन्होंने कहा कि मेहंदी का व्यवसाय त्योहारों के मौसम में सबसे ज्यादा फलता-फूलता है, खासतौर पर करवा चौथ के दौरान। इस समय लगभग सभी बाजारों में आपको भीड़-भाड़ का माहौल मिलेगा।
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