(Yamunanagar News) यमुनानगर। भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान संजु गुंदयाना ने बताया कि 2016 में जाट आरक्षण आंदोलन के मामले में गांव कैल में रोड जाम करने के आरोप में सरकार ने एक मुकदमा चलाया था। जिसमें गांव कैल, काठवाला, हरिपुर, खुंडेवाला, रुलाखेड़ी, सुढ़ल, सुढैल के लगभग 42 लोगों के नाम शामिल थे। इस केस की सुनवाई लगातार पिछले 9 सालों से चल रही थी।
लेकिन अदालत ने सभी लोगों को इस मामले में बरी कर दिया है। हरियाणा की जाट बिरादरी आरक्षण की माँग को लेकर यह आंदोलन कर रही थी। वकील जोगिंदर सागडी, सुरेंद्र सांगवान व सुरेश बंचल ने जाट समाज के लोगों के लिए यह केस मुफ़्त में लडऩे का काम किया। इस लड़ाई को लड़ते लड़ते कई लोगों का देहांत हो गया था, परंतु फिर भी सभी ने एकजुटता के साथ संघर्ष को स्वीकार किया और उसीका नतीजा आज ये निकला के सभी लोग बाइज्जत बरी हुए।
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