प्रभजीत सिंह लक्की, Yamunanagar News: डीएवी गल्र्स काॅलेज के पंजाबी विभाग की ओर से गुरू तेग बहादुर जी के जीवन दर्शन पर एक्सटेंशन लेक्चर का आयोजन किया गया। कुरूक्षेत्र विश्वविदयालय से सेवानिवृत प्रोफेसर डाॅ राबिंदर सिंह मसरूर मुख्य वक्ता रहे। काॅलेज की कार्यवाहक प्रिंसिपल डाॅ आभा खेरतरपाल व पंजाबी विभाग अध्यक्ष डाॅ गुरशरन कौर ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
गुरू तेग बहादुर जी हिंद की चादर
डाॅ राबिंदर ने कहा कि गुरू मार्गदर्शक होते हैं, जो जीवन की नैया पार लगाना का रास्ता दिखाते है। गुरू तेग बहादुर जी के जीवन एवं उनकी दर्शनीय विचारधारा पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि गुरू तेग बहादुर जी हिंद की चादर है। उन्होंने न केवल अपने धर्म की बल्कि संपूर्ण हिंदू धर्म और भारतवर्ष की रक्षा के लिए बलिदान दिया। धर्म एवं स्नातन मूल्यों की रक्षा के लिए उनकी शहादत अविस्मणिय है।
गुरू तेग बाहदुर जी की वाणी में श्रीराम जी का जिक्र
गुरू तेग बहादुर जी परमात्मा का रूप थे। जिनका संदेशा था, मन, वाणी आत्मा का जो संबंध है, उसमें आत्मा तन में रहती है। मन का दूसरा रूप है, आत्मा का संबंध ज्ञान से और ज्ञान का अर्थ है मानव जीवन पाकर परमात्मा की बंदगी करना। गुरू तेग बाहदुर जी की वाणी में श्रीराम जी का जिक्र सबसे अधिक है। योग का अर्थ बताते हुए गुरू तेग बाहदुर जी ने कहा योग का अर्थ है ऐसी क्रियाएं जो मानव को परमात्मा से जोडती है। काॅलेज की कार्यवाहक प्रिंसिपल डाॅ आभा खेतरपाल ने आभार व्यक्त किया।
मौके पर उपस्थित रहे
मौके पर डाॅ विनित, डाॅ नीता दिवेदी, डाॅ विश्वप्रभा, डाॅ इंदू नारंग, डाॅ दीपिका घई, डाॅ सुदेश कुमार व कुमारी सिमरजीत कौर उपस्थित रहीं।
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