प्रभजीत सिंह लक्की, Yamunanagar News : गेहूं की पेमेंट जारी कराने के नाम पर आढ़ती गुरचांद से 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के फूड इंस्पेक्टर पवन कुमार को विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा। आरोपी इंस्पेक्टर प्रतापनगर में तैनात है। यह कार्रवाई पंचकूला विजिलेंस ने की है। आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया।
छछरौली निवासी गुरचांद की प्रतापनगर अनाज मंडी में हरिओम ट्रेडिंग कंपनी के नाम से आढ़त है। उनके पास 12 अप्रैल को डारपुर निवासी आनंद किशोर ने गेहूं बेचा था।
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15 हजार रुपये रंग लगाकर दिए
इस गेहूं का उनकी बेटी अलका के नाम जे फार्म 242902 कटा था। एक लाख 30 हजार रुपये इस गेहूं की पेमेंट किसान को मिलनी थी। विजिलेंस को दी शिकायत में गुरचांद ने बताया कि 16 जून को कुछ पेमेंट अलका के नाम जारी कर दी थी। शेष करीब 75 हजार रुपये की पेमेंट बकाया था। इसके लिए बार-बार किसान उन पर दबाव बना रहा था। जब इस बारे में फूड इंस्पेक्टर पवन कुमार से बोला, तो वह 45 हजार रुपये की रिश्वत की मांग करने लगा। जिस पर इस बारे में विजिलेंस को शिकायत दी थी। पंचकूला विजिलेंस के इंस्पेक्टर जयपाल आर्य ने बताया कि उनके पास आढ़ती ने शिकायत दी थी। जिस पर रेडिंग पार्टी तैयार की गई। आढ़ती को 15 हजार रुपये रंग लगाकर दिए गए। जिस पर तय योजना के अनुसार आढ़ती ने फूड इंस्पेक्टर पवन कुमार को छछरौली में बुलाया। जैसे ही फूड इंस्पेक्टर ने पैसा पकड़ा, तो इशारा पाकर उसे दबोच लिया।
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