(Yamunanagar News) रादौर। शहर की अनाजमंडी में उठान न होने से स्थिति बद से बदत्तर हो गई है। हालत ये हो गए है कि किसान, मजदूर, आढ़ती सभी परेशान देखे जा सकते है। मंडी में खरीद एजैंसियों द्वारा धान की खरीद के लिए कर्मचारी मंडी में नहीं देखे जाते। 10-10 दिन किसान मंडी में परेशान घूम रहा है। किसानों की धान की फसल की नमी 15 प्रतिशत होने के बावजूद भी धान की सरकारी खरीद नहीं हो रही है।
अनाजमंडियों में हालत चिंताजनक बने हुए है। अनामंडी रादौर मेें धान की फसल बेचने आए किसान ओमप्रकाश, राजेश कुमार, सुभाष, सुंदरलाल, रमेश, कृष्णलाल आदि ने बताया कि वह धान की फसल लाडवा अनाजमंडी में बेचते थे। परंतु अनाजमंडी लाडवा में जगह न होने से वह रादौर अनाजमंडी में धान की फसल बेचने के लिए आए थे। वह कई दिनों से अनाजमंडी में धान की ट्रालियां लेकर आए है। धान की फसल में नमी 17 प्रतिशत प्रशासन द्वारा निर्धारित की गई है। परंतु उनकी धान की फसल की नमी 15 प्रतिशत होने के बावजूद नहीं बिकी है। जिससे वे परेशान है। पिछले वर्ष धान के सीजन में उनकी फसल हाथ के हाथ बिक गई थी।
अब ऐसा नहीं है। आढ़तियों व मिलर्स के बीच पीस रहा किसान- धान की सरकारी खरीद 27 सितंबर से शुरू हो गई थी। जिससे किसानों को उनकी धान की फसल जल्द बिकने की उम्मीद जगी थी। लेकिन किसानों को क्या पता था कि उनकी मेहनत व लग्न से तैयार की गई धान की फसल की बेकदरी होगी। किसान की फसल अनाजमंडी में नाम लगाकर स्टोक कर दी जाती है। 10-10 दिन तक किसानों की फसल स्टॉक के रूप में रखी गई है। परंतु उनकी फसले नहीं बिक रही है। जिससे किसान अपने आपको ढगा सा महसूस कर रहा है। किसान आढ़तियों व मिलर्स के बीच पीस रहा है। किसानों की धान फसलों में 90 से 100 रूपये कट मांगा जा रहा है।
जिससे किसान परेशान है। नमी 15 प्रतिशत होने के बावजूद भी कट दिया जाना अनिवार्य कर दिया गया है। यह सरासर गलत है। किसानों की फसल 2270 रूपये प्रति क्विंटल के रेट से खरीदी जा रही है। वहीं ठेकेदार धनजय कुमार ने बताया कि इस बार वह 3 लाख रूपये खर्च करके बिहार से मजदूर लेकर आया था। मंडी में काम धान की खरीद न होने से व उठान न होने से उनके मजदूर वापिस चले गए है। जिससे उनको लाखों रूपये का घाटा हुआ है। धान की फसल का उठान न होने से मंडी में स्थित बहुत चिंताजनक हो गई है।
उन्होंने सरकार से अपील की कि सरकार जल्द से जल्द उठान कार्य कार्य शुरू करे। वहीं सरकार मिलर्स की हड़ताल को खत्म करवाये। जिससे किसानों की फसल बिक सके। हल्का रादौर विधायक श्याम सिंह राणा ने बताया कि कर्मचारियों व मिलर्स को किसानों को नाजायज परेशान न करने बारे कहा गया है। नियमानुसार ही सभी कार्य करवाने के आदेश दिए गए है। धान की खरीद में किसी भी प्रकार का कट नहीं लगाया जायेगा। इस बारे मार्केट कमेटी सचिव अमित कुमार ने बताया कि विधायक श्याम सिंह राणा, मिलर्स व मार्केट कमेटी के कर्मचारियों की बैठक देर शाम आयोजित की गई थी। जिसमें मिलर्स को 17 प्रतिशत नमी पर कोई कट नहीं देने की बात की गई।
जिसमें मिलर्स ने 17 प्रतिशत से अधिक नमी होने पर नियमानुसार कट लगाने की बात मानी। मिलर्स को जल्द से जल्द धान की फसल का उठान करवाने की हिदायते दी गई है। वहीं यदि किसी मिलर्स को किसानों से नाजायज कट लगाते हुए पाया जाता है, तो उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जायेगा। किसानों को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जायेगी।
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