(Yamunanagar News) यमुनानगर। सैनिक एवं अर्धसैनिक कल्याण विभाग के विंग कमांडर संजय राय ने डीसी के कैम्प कार्यालय में उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार को राष्ट्रीय झंडा दिवस के अवसर पर जिला के विभिन्न कार्यालयों में जाकर सहायता राशि एकत्रित किया। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि भारत सरकार ने साल 1949 से सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाने का निर्णय लिया।
देश की सुरक्षा में शहीद हुए सैनिकों के आश्रितों के कल्याण हेतु सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया
देश की सुरक्षा में शहीद हुए सैनिकों के आश्रितों के कल्याण हेतु सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया जाता है। इस दिन एकत्रित होने वाली राशि शहीद सैनिकों के आश्रितों के कल्याण में खर्च की जाती है। सशस्त्र सेना झंडा दिवस द्वारा इक_ा की गई राशि युद्ध वीरांगनाओं, सैनिकों की विधवाओं, भूतपूर्व सैनिकों, युद्ध में अपंग हुए सैनिकों व उनके परिवार के कल्याण पर खर्च की जाती हंै। इस दिवस के महत्व को समझने के लिए, यह जानना जरूरी है कि यह दिवस हमें उन सैनिकों के प्रति आभार व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है जो हमारी सुरक्षा के लिए अपनी जान की बाजी लगाते हैं।
विंग कमांडर संजय राय ने बताया कि 7 दिसंबर, 1949 से शुरू हुआ यह सफर आज तक जारी है। आजादी के तुरंत बाद सरकार को लगने लगा कि सैनिकों के परिवार वालों की भी जरूरतों का ख्याल रखने की आवश्यकता है और इसलिए उसने 7 दिसंबर को झंडा दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। इसके पीछे सोच थी कि जनता में छोटे-छोटे झंडे बांट कर दान अर्जित किया जाएगा जिसका फायदा शहीद सैनिकों के आश्रितों को होगा। शुरुआत में इसे झंडा दिवस के रूप में मनाया जाता था लेकिन 1993 से इसे सशस्त्र सेना झंडा दिवस का रूप दे दिया गया। इस मौके पर सैनिक एवं अर्धसैनिक कल्याण विभाग से राकेश कुमार यादव व सुरेश पाल भी मौजूद रहे।
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