(Yamunanagar News) यमुनानगर। हर घर वाल्मीकि रामायण अभियान से प्रेरित होकर एक बेटी श्वेता पाल ने अपने माता-पिता की वैवाहिक वर्षगांठ पर उन्हें महर्षि वाल्मीकि जी द्वारा रचित रामायण भेंट की। यमुनानगर जिले के सढ़ौरा कस्बे के गांव रसूलपुर निवासी रणजीत सिंह पाल व उनकी पत्नी बिमला देवी सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। उनकी बेटी व दामाद भी यमुनानगर में अध्यापक हैं।

उनकी बेटी श्वेता पाल ने हर घर वाल्मीकि अभियान से प्रेरित होकर यह निर्णय लिया। 6 मार्च 2025 को तेजिंद्र सिंह तेजी के हर घर वाल्मीकि रामायाण अभियान का शुभारंभ केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहरलाल ने नई दिल्ली में कृष्ण मेनन रोड स्थित अपने आवास से किया। हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य, करनाल जिले के समौरा गांव निवासी तेजिन्द्र सिंह तेजी ने अभियान के तहत एक हजार दिन में 21 हजार घरों में महर्षि वाल्मीकि जी द्वारा रचित रामायण भेंट करने का निर्णय लिया है।

घर-घर रामायण पाठ होने से बच्चों में संस्कार बढ़ेंगे : तेजी

तेजी ने कहा कि घर-घर रामायण पाठ होने से बच्चों में संस्कार बढ़ेंगे। सामाजिक एवं पारिवारिक एकता मजबूत होगी। रामायण हमेशा से ही मानव को जीवन दर्शन का ज्ञान दे रही है। महर्षि वाल्मीकि जी त्रिकालदर्शी थे। उन्होंने श्रीरामचंद्र के जन्म से पूर्व ही उनकी कथा लिख दी थी। उनके द्वारा रचित रामकथा समस्त संसार में चेतना का काम करती है।

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