(Yamunanagar News) यमुनानगर। नगर निगम द्वारा संपत्ति सत्यापन का कार्य किया जा रहा है। अब तक नगर निगम यमुनानगर-जगाधरी क्षेत्र की 216808 संपत्तियों में से 107345 संपत्तियां सत्यापित की जा चुकी है। 49.51 प्रतिशत संपत्तियां सत्यापित कर नगर निगम यमुनानगर-जगाधरी पहले स्थान पर है। कार्य को गंभीरता व तेजी से कराने को लेकर सोमवार को अतिरिक्त निगम आयुक्त डा. विजय पाल यादव ने संपत्तियां सत्यापन में लगे कर्मचारियों की बैठक ली। निगमायुक्त आयुष सिन्हा के निर्देशों पर हुई बैठक में कर्मचारियों को वार्ड वाइज सत्यापित नहीं हुई संपत्तियों की सूचियां वितरित की गई। ताकि कर्मी नई सूची के आधार पर संपत्तियां सत्यापित कर सकें। अतिरिक्त निगम आयुक्त डा. विजय पाल यादव ने कहा कि सभी कर्मी गंभीरता और तीव्रता से संपत्ति सत्यापन का कार्य करें।

अब तक निगम क्षेत्र की 107345 संपत्तियां सत्यापित, 49.51 प्रतिशत के साथ यमुनानगर पहले स्थान पर

कोई भी कर्मचारी ढील व लापरवाही से कार्य न बरतें। संपत्ति सत्यापन कार्य को गंभीरता से न लेने वाले कर्मचारी के खिलाफ उचित कार्रवाई अमल में लाए जाएगी। बेहतर कार्य करने वाले कर्मी को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने सभी कर्मियों को रोजाना 20 से अधिक संपत्तियां सत्यापित करने के निर्देश दिए। नगर निगम क्षेत्र की संपत्तियां सत्यापित करने के लिए वार्ड वाइज नगर निगम की टीमें बनी हुई है। प्रत्येक वार्ड में तीन से चार कर्मचारी इस कार्य में लगे हुए है। जो घर-घर जाकर शहरवासियों से संपत्तियां सत्यापित करवा रहे हैं। इनके अलावा तीनों निगम कार्यालयों के नागरिक सुविधा केंद्रों में भी संपत्ति सत्यापित की जा रही है। यहां संपत्तियां सत्यापित करने के लिए लोगों की आपत्तियां दर्ज कर उनका समाधान भी किया जा रहा है।

घर-घर जाकर संपत्तियां सत्यापित करने वाले कर्मचारियों को कुछ समस्याएं आ रही है। जिनका समाधान भी निगम अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है। अब तक नगर निगम यमुनानगर-जगाधरी क्षेत्र की 49.51 प्रतिशत संपत्तियां सत्यापित हो चुकी है। संपत्तियां सत्यापित करने में नगर निगम यमुनानगर-जगाधरी प्रदेश में पहले स्थान पर है। डा. यादव ने कहा कि नगर निगम द्वारा शहर की सभी संपत्तियों को सत्यापित किया जाएगा। उन्होंने सभी शहरवासियों से अपील की कि वे डोर टू डोर जा रहे निगम कर्मचारियों से अपनी संपत्ति सत्यापित करवाए और संपत्ति सत्यापित करवाने में उनका सहयोग करें। यदि संपत्ति डाटा में कोई गलती है तो उसे जरूर ठीक कराए। शहरवासी इस कार्य में नगर निगम का सहयोग करें। जो व्यक्ति अपनी संपत्ति सत्यापित नहीं कराएगा, उसे बाद में निगम कार्यालय में आकर यह कार्य करवाना पड़ेगा।

प्रदेश के नगर निगमों में अब तक सत्यापित हुई संपत्तियों का ब्यौरा –

नगर निगम : कुल संपत्तियां – सत्यापित – प्रतिशत

यमुनानगर : 216808 – 107345 – 49.51 प्रतिशत
हिसार : 155077 – 65901- 42.49 प्रतिशत
पानीपत : 180209 -65903 – 36.57 प्रतिशत

करनाल : 169339- 57015 – 33.78 प्रतिशत

पंचकुला : 102747 – 35062 – 34.12 प्रतिशत

रोहतक : 222671 – 68280 – 30.66 प्रतिशत

मानेसर : 157378 – 45885 -29.15 प्रतिशत

गुरुग्राम : 691419 -170016 – 24.58 प्रतिशत
फरीदाबाद : 725763 -159426- 21.96 प्रतिशत

अंबाला : 125372 – 30315 – 24.18 प्रतिशत

सोनीपत : 196800 – 40332 – 20.18 प्रतिशत

ऐसे करें अपनी संपत्ति स्वयं सत्यापित –

अतिरिक्त निगम आयुक्त डॉ. विजय पाल यादव व क्षेत्रीय कराधान अधिकारी अजय वालिया ने बताया कि संपत्तियां सत्यापित करवाना बहुत जरूरी है। मालिक स्वयं भी अपनी संपत्ति सत्यापित कर सकते है। इसके लिए मालिक सबसे पहले एनडीसी की साइट पर जाए। रजिस्ट्रेशन के लिए मोबाइल नंबर से लॉगिन करें और सर्च फील्ड से प्रॉपर्टी आईडी सर्च करें। प्रॉपर्टी का ब्यौरा दर्ज करें। जहां हां या नहीं के दो विकल्प मिलेंगे। यदि आपकी आईडी सही है तो हां पर क्लिक कर अपनी आईडी सत्यापित करें। यदि आपकी आईडी सही नहीं है तो नहीं पर क्लिक करें और आवश्यक दस्तावेज सहित आपत्ति दर्ज करें। यदि प्रॉपर्टी मालिक स्वयं संपत्ति सत्यापित करने में सक्षम नहीं है तो वह निगम के तीनों कार्यालयों के नागरिक सुविधा केंद्रों अर्थात सीएफसी के काउंटरों पर जाकर अपनी प्रॉपर्टी आईडी सत्यापित करवा सकते है।

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