जगाधरी के रामलीला भवन के नजदीक रहने वाली ज्योति गुप्ता ने शहर जगाधरी पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह सेठ जय प्रकाश पॉलिटेक्निक कॉलेज दामला में पढ़ती है। उसके पिता उत्तर प्रदेश में जॉब करते है और उसके पास पैसे भेजते रहते है।
सहेली के गूगल पे से कोड स्कैन किया
30 जून को वह छछरौली में गेम खेलने गई थी। तब उसके मोबाइल पर एक नंबर से फोन आया। फोन करने वाले ने उससे कहा कि उसके पापा ने पैसे भेजे है। आरोपी ने उसके व्हाट्सएप पर एक स्कैन कोड भेजकर उससे उसका गूगल पे नंबर मांगा और स्कैन कोड गूगल पे से स्कैन करने को कहा। उसने आरोपी को कहा कि वह गूगल पे नहीं चलाती। उस समय उसके साथ उसकी सहेली काजल थी। उसने अपनी सहेली के गूगल पे से कोड स्कैन किया। तब उसके खाते में 100 रुपये आ गए।
खाते से कटे हुए रुपये वापस नहीं आए
आरोपी ने दोबारा भी स्कैन कोड भेजकर उसे स्कैन करने को कहा। कोड स्कैन करते ही उसकी सहेली के खाते से 30700 रुपये कट गए। रुपये कटने पर उसने आरोपी को फोन किया, लेकिन उसका नंबर नहीं लगा। उसने तुरंत इसकी ऑनलाइन शिकायत की। इसके बाद दोबारा फिर आरोपी को फोन आया। उसने आरोपी को खाते से रुपये कटने की बात कही तो आरोपी ने उसे कहा कि 11 हजार रुपये उसे भेजो, उसके कटे हुए 30700 रुपये वापस आ जाएंगे।
छात्रा से 40700 रुपये ठगे
आरोपी की बातों में आकर उसने 18 जुलाई को अपने दोस्त साहिल के गूगल पे से आरोपी को 11 हजार रुपये गूगल पे करवा दिए। लेकिन उसके न तो पहले कटे हुए 30700 रुपये वापस आए और न ही 11 हजार रुपये। इस दौरान साइबर ठग ने छात्रा से 40700 रुपये ठग लिए। उसने इसकी शिकायत साइबर थाना पुलिस को दी। जांच अधिकारी एसआई खुशबीर सिंह का कहना है कि मामले में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। आरोपी के नंबर के आधार पर उसकी तलाश की जा रही है।