(Yamunanagar News) यमुनानगर/ जगाधरी। पुराना सहारनपुर रोड स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन प्रीत नगर (दड़वा) में रविवार को रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। संत निरंकारी मिशन की सामाजिक शाखा संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन की ओर से आयोजित शिविर में 137 निरंकारी भाई बहनों ने रक्तदान किया। शिविर का उद्घाटन मुख्य अतिथि विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने अपने कर कमलों द्वारा रिबन काटकर किया।
जनकल्याण के कार्य कर लोगों को सही जीवन जीने का संदेश दे रहा निरंकारी मिशन
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में निरंकारी मिशन के जोनल इंचार्ज सुरेंद्र पाल सिंह जी उपस्थित हुए। मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि ने रक्तदाताओं का बैच लगाकर हौसला बढ़ाया। रक्तदान करने के लिए निरंकारी भाई-बहनों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। सुबह से ही रक्तदान देने वालों की लंबी कतारे निरंकारी भवन में लगनी शुरू हो गई थी। मुकंद लाल जिला नागरिक अस्पताल से आई डॉक्टरों की टीम ने शिविर में 137 यूनिट रक्त एकत्रित किया। शिविर के दौरान संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा रक्तदाताओं को धन्यवाद कार्ड, प्रमाण पत्र व पौष्टिक अल्पाहार दिया गया। मुख्य अतिथि विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने निरंकारी मिशन द्वारा लगाए गए रक्तदान शिविर की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आज सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के रहनुमाई में संत निरंकारी मिशन जनकल्याण के लिए अनेक सामाजिक कार्य कर रहा है। निरंकारी मिशन जहां रक्तदान, पौधरोपण, सफाई अभियान, बाढ़ बचाव कार्य व अन्य सामाजिक कार्य कर लोगों की सही जीवन जीने का संदेश दे रहा है।
संत निरंकारी सत्संग भवन प्रीत नगर में रक्तदान शिविर का हुआ आयोजन, विधायक घनश्याम दास अरोड़ा रहे मुख्य अतिथि
वहीं, आध्यात्मिक विचारों से विश्व को प्रेम, भाईचारा, मिलवर्तन व सहज जीवन जीने की शिक्षा दे रहा है। संयोजक बलराज मित्तल ने बताया कि इंसान का रक्त ही इंसान की जान बचा सकता है, इसका और कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज का यह कथन कि रक्त नालियों में नहीं, इंसान की नाड़ियों में बहे को चरितार्थ कर रहे है और मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। उन्होंने आगे बताया कि निरंकारी मिशन रक्तदान के क्षेत्र में विश्व में अग्रणीय स्थान पर है। संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा 1986 से रक्तदान के रूप में आरंभ हुई परोपकार की यह मुहिम, महा अभियान के रूप में आज सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज की रहनुमाई में चरमोत्कर्ष पर है। अब तक आयोजित रक्तदान शिविरों में लगभग 13.32 लाख से अधिक यूनिट ब्लड इकट्ठा किया जा चुका है। निरंकारी मिशन द्वारा भविष्य में भी इस तरह के सामाजिक कार्य निरंतर जारी रहेंगे।