प्रभजीत सिंह (लक्की) यमुनानगर
सिविल अस्पताल का प्रशासन स्वास्थ्य ठेका कर्मचारियों की माँगो व समस्याओं का समाधान न करके उन्हें दोबारा से आंदोलन करने को मजबूर कर रहा है, यह बात स्वास्थ्य ठेका कर्मचारियों की नेहरू पार्क में बुलाई आपात बैठक के दौरान स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान सुमित ऋषि व जिला सचिव नरेश कुमार ने बताई। उन्होंने जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। एसकेएस जिला कोषाध्यक्ष सतीश राणा व ब्लॉक प्रधान जोत सिंह ने बताया कि जिला के नागरिक अस्पताल सीएचसी व पीएचसी में कार्यरत स्वास्थ्य ठेका कर्मचारियों की मांगों व समस्याओं के चलते सिविल सर्जन के साथ सर्व कर्मचारी संघ के प्रतिनिधि मंडल के साथ 2 दौर की बातचीत हुई, जिसमें सिविल सर्जन के द्वारा कर्मचारियों की जायज माँगो पर सहमति बनाई गई थी, लेकिन काफी समय बीत जाने के बावजूद हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा मांगों के ऊपर कोई भी कार्यवाही नहीं हो रही है, जिस कारण से कर्मचारियों में भारी रोष है। उन्होंने बताया कि अप्रैल महीने में सिविल अस्पताल में ठेका कर्मचारियों का नया टेंडर हुआ था, जिसके अंदर नई कंपनी शार्प ग्लोबल ग्रुप को नया ठेका मिला था और कंपनी के द्वारा 91 पुराने अनुभवी कर्मचारियों को नौकरी से बाहर निकाल कर नए कर्मचारियों को भर्ती कर लिया था।
उसके बाद यूनियन ने सर्व कर्मचारी संघ के बैनर के तले 34 दिन लगातार आंदोलन करके सभी 91 कर्मचारियों को ड्यूटी पर बहाल करवाया था, इसके लिए खुद सिविल सर्जन के द्वारा जिला की सभी सीएचसी, पीएचसी के एसएमओ को पत्र के द्वारा आदेश भी जारी किए गए थे, लेकिन छछरौली सीएचसी व प्रताप नगर पीएचसी के 19 स्वास्थ्य ठेका कर्मचारियों को पिछले हफ्ते एसएमओ के द्वारा डयूटी पर वापिस लेने से इनकार किया जा रहा है, जब इस बारे में संघ प्रतिनिधि मंडल की सीएमओ से बीते 22 जुलाई को बातचीत हुई, जिसमें सीएमओ के द्वारा 8 कर्मचारियों को तुरंत बहाल करने की बात कही गई, बाकि बचे 11 कर्मचारियों के लिए 10 दिन का समय मांगा था जिसके ऊपर अभी तक कोई भी कार्यवाही नही हुई। वही पिछले 4 महीने का वेतन भी स्वास्थ्य ठेका कर्मचारियों को अभी तक नही मिला है जिस कारण से कर्मचारी और उनके परिवारों को जीना दूर्भर हो गया है, वेतन ना मिलने से रोटी के लाले पड़ गए हैं जिस कारण से कर्मचारियों को मजबूरन दोबारा से आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा। बैठक के दौरान कर्मचारियों ने सर्व सम्मति से फैसला लिया है कि वीरवार को कर्मचारियों की मांगो का पत्र सिविल सर्जन को दिया जाएगा, जिसकी एक एक प्रति महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं पंचकूला, जिला उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक श्रम समझौता अधिकारी व सर्व कर्मचारी संघ को भी भेजी जाएगी। उन्होंने बताया कि अगर आगामी 2 अगस्त तक हमारी समस्याओं का समाधान नही होता तो जिला का तमाम स्वास्थ्य ठेका कर्मचारी सिविल अस्पताल में दोबारा से अपना आंदोलन शुरू करेगा।