प्रभजीत सिंह (लक्की), यमुनानगर :
सिविल सर्जन डा. विजय दहिया की अध्यक्षता मे सक्रिय टी.बी. खोज अभियान का शुभारंभ किया गया। उन्होंने बताया कि जिला यमुनानगर मे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी 27 जुलाई तक उन व्यक्तियों के घर जाकर खोज करेंगे जो स्वास्थ्य केन्द्र तक नही पहुंच पाते और जिनमे टी.बी. के लक्षण मौजूद होते है। टी.बी. के लक्षण जैसे दो हफते से ज्यादा खांसी, शाम को बुखार आना, भूख न लगना, वजन मे कमी। डा. विजय दहिया ने बताया कि सक्रिय टी.बी. खोज अभियान हर साल चलाया जाता है तथा मल्टी पर्पज हैल्थ वर्कर व आशा कार्यकर्ता द्वारा घर-घर जाकर टी.बी. के लक्षण वाले मरीजो के सैंपल की नजदीकी सरकारी लैब मे नि:शुल्क जांच करवाई जाएगी और टी.बी. की बीमारी निकलने पर दो दिन के अन्दर व्यक्ति का ईलाज शुरू करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि टी.बी. मरीजो की जल्द से जल्द जांच करने के लिए जिला यमुनानगर मे सरकार द्वारा 2 ट्रयूनाट मशीने भी लगवाई गई है।
सिविल सर्जन डा. विजय दहिया की अध्यक्षता मे सक्रिय टी.बी. खोज अभियान का शुभारंभ किया गया। उन्होंने बताया कि जिला यमुनानगर मे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी 27 जुलाई तक उन व्यक्तियों के घर जाकर खोज करेंगे जो स्वास्थ्य केन्द्र तक नही पहुंच पाते और जिनमे टी.बी. के लक्षण मौजूद होते है। टी.बी. के लक्षण जैसे दो हफते से ज्यादा खांसी, शाम को बुखार आना, भूख न लगना, वजन मे कमी। डा. विजय दहिया ने बताया कि सक्रिय टी.बी. खोज अभियान हर साल चलाया जाता है तथा मल्टी पर्पज हैल्थ वर्कर व आशा कार्यकर्ता द्वारा घर-घर जाकर टी.बी. के लक्षण वाले मरीजो के सैंपल की नजदीकी सरकारी लैब मे नि:शुल्क जांच करवाई जाएगी और टी.बी. की बीमारी निकलने पर दो दिन के अन्दर व्यक्ति का ईलाज शुरू करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि टी.बी. मरीजो की जल्द से जल्द जांच करने के लिए जिला यमुनानगर मे सरकार द्वारा 2 ट्रयूनाट मशीने भी लगवाई गई है।
उप सिविल सर्जन डा. चारू कालडा ने बताया कि टी.बी मुक्त समाज की स्थापना के लिए कर्मचारियों के साथ-साथ आम जन को भी जागरूक होना पडेगा ताकि जिला यमुनानगर को टी.बी. मुक्त किया जा सके। उन्होंने बताया कि भारत को टी.बी. मुक्त बनाने का लक्ष्य 2025 व हरियाणा को टी.बी. मुक्त बनाने का लक्ष्य 2023 रखा गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य छुपे हुए मरीजो को खोजना है ताकि उनका ईलाज जल्द से जल्द शुरू किया जा सके और इस लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। उन्होंने आम जन से भी यह अपील की कि टी.बी. मुक्त जिला बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करे। डा. चारू कालडा ने बताया कि टी.बी. मरीजों की काऊंसलिंग के साथ-साथ मरीज में लक्षणो व उनके उपचार के बारे मे जानकारी प्राप्त करने के लिए भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय काल सैंटर (1800116666) भी चलाया जा रहा है।