प्रभजीत सिंह (लक्की), यमुनानगर :
पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने बताया कि पुलिस महानिदेशक, अपराध, हरियाणा के कार्यालय द्वारा थ्रेट एनालिटिकल, यूनिट, इंडियन साइबर क्राईम को-आर्डिनेशन सेंटर गृह मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली से प्राप्त साइबर अलर्ट वा साइबर सूचना आम जनता की जागरूकता हेतु प्रेषित की गई है। साइबर अलर्ट के अनुसार साइबर अपराधियों ने लोगों को ठगने हेतु एक नया तरीका इजाद किया है जिसमें साइबर अपराधी फर्जी क्रिप्टोकरंसी ट्रेडिंग मोबाइल एप्स द्वारा भोले भाले मोबाइल यूजर को अपना निशाना बना रहे हैं। साइबर अपराधी हाल में ही क्रिप्टोकरंसी की कीमतों में हुई भारी वृद्धि को भुनाकर फर्जी क्रिप्टोकरंसी ट्रेडिंग मोबाइल एप्स द्वारा लोगों को ठग रहे हैं।
अपराध करने के तरीके
1. साइबर अपराधी लक्षित व्यक्ति से सोशल मीडिया व डेटिंग साइट्स के माध्यम से संपर्क करते हैं तथा उसे दोस्त बनाकर मैसेजिंग ऐप के जरिए चैटिंग करते हैं। यह कोविड-19 महामारी का बहाना बनाकर फेस टू फेस मीटिंग में बचते है।
2. लक्षित व्यक्ति का विश्वास जितने उपरांत, साइबर अपराधियों से फर्जी वेबसाइट लिंक भेज कर फर्जी क्रिप्टोकरंसी ट्रेडिंग एप डाउनलोड करने के लिए कहते हैं, जो असली कंपनियों की वेबसाइटस की तरह दिखाई देती है। एक बार जब लक्षित व्यक्ति फर्जी वेबसाइट लिंक पर क्लिक करता है तो फर्जी क्रिप्टोकरंसी ट्रेडिंग मोबाइल एप्स और फर्जी वेबसाइट जो बड़े वित्तीय संस्थानों की वेबसाइट की तरह दिखती है, खुल जाती है। इसके बाद लक्षित व्यक्ति को क्रिप्टोकरंसी ट्रेड करने के लिए फर्जी ऐप पर इन-एप वॉयलेट के साथ अकाउंट बनाने के लिए कहा जाता है।
3. लक्षित व्यक्ति को क्रिप्टोकरंसी खरीद कर अपने वायलेट में स्थानांतरित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। जब लक्षित व्यक्ति क्रिप्टोकरंसी निकालने के लिए कहता है तो साइबर ठग बहाने बनाने लगते हैं। और अंत में लक्षित व्यक्ति का अकाउंट ब्लॉक कर देते हैं। एप पर लक्षित व्यक्ति का अकाऊंट ब्लाक होने पर उस द्वारा निवेश की गई राशि साइबर ठगों के नियंत्रण में चली जाती है।
सुझाव :
1. किसी भी तत्काल मैसेजिंग प्लेटफार्म पर अज्ञात लिंक्स को क्लिक करने से बचें।
2. अगर कोई व्यक्ति सोशल मीडिया के माध्यम से निवेश विशेष तौर पर क्रिप्टोकरंसी पर ऊंची रिटर्न देने का वायदा करता है तो उस पर आसानी से विश्वास न करें।
3. सत्यापन किए गए अज्ञात थर्ड पार्टी मोबाइल एप्स इंस्टाल करने से बचें।
4. कोई सूचना देने से पहले यू.आर.एल. को ध्यान से देखें।
गोयल द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जिला वासियों विशेषकर युवाओं को इस प्रकार की फर्जी क्रिप्टोकरंसी ट्रेडिंग एप से सावधान रहने की अपील की गई, ताकि वे साइबर ठगी का शिकार न हो।
पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने बताया कि पुलिस महानिदेशक, अपराध, हरियाणा के कार्यालय द्वारा थ्रेट एनालिटिकल, यूनिट, इंडियन साइबर क्राईम को-आर्डिनेशन सेंटर गृह मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली से प्राप्त साइबर अलर्ट वा साइबर सूचना आम जनता की जागरूकता हेतु प्रेषित की गई है। साइबर अलर्ट के अनुसार साइबर अपराधियों ने लोगों को ठगने हेतु एक नया तरीका इजाद किया है जिसमें साइबर अपराधी फर्जी क्रिप्टोकरंसी ट्रेडिंग मोबाइल एप्स द्वारा भोले भाले मोबाइल यूजर को अपना निशाना बना रहे हैं। साइबर अपराधी हाल में ही क्रिप्टोकरंसी की कीमतों में हुई भारी वृद्धि को भुनाकर फर्जी क्रिप्टोकरंसी ट्रेडिंग मोबाइल एप्स द्वारा लोगों को ठग रहे हैं।
अपराध करने के तरीके
1. साइबर अपराधी लक्षित व्यक्ति से सोशल मीडिया व डेटिंग साइट्स के माध्यम से संपर्क करते हैं तथा उसे दोस्त बनाकर मैसेजिंग ऐप के जरिए चैटिंग करते हैं। यह कोविड-19 महामारी का बहाना बनाकर फेस टू फेस मीटिंग में बचते है।
2. लक्षित व्यक्ति का विश्वास जितने उपरांत, साइबर अपराधियों से फर्जी वेबसाइट लिंक भेज कर फर्जी क्रिप्टोकरंसी ट्रेडिंग एप डाउनलोड करने के लिए कहते हैं, जो असली कंपनियों की वेबसाइटस की तरह दिखाई देती है। एक बार जब लक्षित व्यक्ति फर्जी वेबसाइट लिंक पर क्लिक करता है तो फर्जी क्रिप्टोकरंसी ट्रेडिंग मोबाइल एप्स और फर्जी वेबसाइट जो बड़े वित्तीय संस्थानों की वेबसाइट की तरह दिखती है, खुल जाती है। इसके बाद लक्षित व्यक्ति को क्रिप्टोकरंसी ट्रेड करने के लिए फर्जी ऐप पर इन-एप वॉयलेट के साथ अकाउंट बनाने के लिए कहा जाता है।
3. लक्षित व्यक्ति को क्रिप्टोकरंसी खरीद कर अपने वायलेट में स्थानांतरित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। जब लक्षित व्यक्ति क्रिप्टोकरंसी निकालने के लिए कहता है तो साइबर ठग बहाने बनाने लगते हैं। और अंत में लक्षित व्यक्ति का अकाउंट ब्लॉक कर देते हैं। एप पर लक्षित व्यक्ति का अकाऊंट ब्लाक होने पर उस द्वारा निवेश की गई राशि साइबर ठगों के नियंत्रण में चली जाती है।
सुझाव :
1. किसी भी तत्काल मैसेजिंग प्लेटफार्म पर अज्ञात लिंक्स को क्लिक करने से बचें।
2. अगर कोई व्यक्ति सोशल मीडिया के माध्यम से निवेश विशेष तौर पर क्रिप्टोकरंसी पर ऊंची रिटर्न देने का वायदा करता है तो उस पर आसानी से विश्वास न करें।
3. सत्यापन किए गए अज्ञात थर्ड पार्टी मोबाइल एप्स इंस्टाल करने से बचें।
4. कोई सूचना देने से पहले यू.आर.एल. को ध्यान से देखें।
गोयल द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जिला वासियों विशेषकर युवाओं को इस प्रकार की फर्जी क्रिप्टोकरंसी ट्रेडिंग एप से सावधान रहने की अपील की गई, ताकि वे साइबर ठगी का शिकार न हो।