यमुनानगर: धर्मवीर के प्रयास से यमुनानगर से बुलंदशहर तक होगी तुलसी की महक

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प्रभजीत सिंह (लक्की), यमुनानगर

तुलसी की महक यमुनानगर से बुलंदशहर तक होगी। एलोवेरा व बहुउद्देश्यीय खाद्य प्रसंस्करण मशीन की बदौलत बुलंदियां छू चुके व राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित दामला के उन्नतशील किसान धर्मवीर कांबोज ने अलग-अलग जगहों पर तुलसी का बीज बिखेर दिया है। उनके मुताबिक करीब 50 लाख पौधों के लिए बीज डाल दिया गया है। यह अभियान अभी जारी रहेगा। उनका मकसद है कि सड़कों के किनारे, डिवाइडर व सार्वजनिक स्थलों पर पड़ी खाली जमीन पर तुलसी लहलहाए। बता दें कि धर्मवीर करीब आधा एकड़ पर तुलसी की खेती भी कर रहे हैं। उनका मानना है कि तुलसी पूजनीय होने के साथ-साथ महत्वपूर्ण औषधी भी है जो कई रोगों में रामबाण मानी जाती है। कोरोना काल में इसकी काफी डिमांड रही है।

बुलंदशहर में करेंगे तुलसी की खेती

किसान धर्मवीर ने बताया कि सबसे पहले उन्होंने अपने गांव दामला में अलग-अलग जगहों पर तुलसी का बीज डाला। उसके बाद कार में बीज लेकर करनाल, पानीपत, सोनीपत, बहादुरगढ़, रोहतक व बुलंदशहर तक पहुंचे। जहां खाली जगह मिली, बस वहीं तुलसी का बीज बिखेर दिया। ताकि बारिश होने यह बीज अंकुरित हो सकें। अनुमान है कि करीब 50 पौधों का बीज बिखेरा जा चुका है। यमुनानगर व जगाधरी शहर में भी बाइक पर सवार होकर जगह-जगह तुलसी का बीज डाला गया। उन्होंने बताया कि बुलंदशहर के गंगागढ़ में प्रोफेसर अनिल गुप्ता के फार्म हाउस पर उन्होंने प्रदर्शनी प्लांट लगाया हुआ है। इसमें औषधियों के साथ-साथ फलों की खेती भी की जा रही है। वहीं पर भी तुलसी की खेती की जाएगी। जिसकी देखरेख वह स्वयं करेंगे।

1996 में शुरू की थी जड़ी-बूटियों की खेती

वर्ष 1996 में उन्होंने जड़ी बूटियों की खेती शुरू की थी। एलोवेरा और अन्य प्रकार की जड़ी बूटियों की खेती व इनसे निर्मित दर्जनभर उत्पादों ने इस संघर्षशील किसान को फर्स से अर्स पर ला खड़ा कर दिया है। धर्मवीर ने अपनी मेहनत के बल पर देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में ख्याति प्राप्त कर ली है। अलग-अलग जड़ी बूटियों की खेती करने बाद धर्मवीर अब तुलसी की खेती भी कर रहे हैं।

स्वयं तैयार करते हैं उत्पात

एलोवेरा से एलोवेरा जूस, एलोवेरा जैल व शैंपू तैयार करने के लिए उन्होंने गांव में मशीन स्थापित की हुई है। मल्टीपपर्ज मशीन बनाने का आइडिया भी जनाब का स्वयं का ही होता है। इंजीनियरों के सहयोग से वह इन मशीनों का बनाता है। स्वयं उत्पाद तैयार करने के लिए तो वह इन मशीनों का प्रयोग करता ही है साथ ही मशीनें इन मशीनों पर विदेशी भी कायल है। धर्मवीर के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि राष्ट्रपति भवन में 3 सप्ताह भी गुजार चुके हैं।

डेंगू बुखार में विशेष फायदेमंद

कृषि विभाग के एसडीओ बालमुकुंद ने बताया कि तुलसी कई रोगों में रामबाण है। शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के अलावा डेंगू बुखार में विशेष फायदेमंद है। तुलसी के अर्क का नियमित का नियमित सेवन करने रोग से निजात मिल सकती है। इसके अलावा यह अन्य कई रोगों में फायदेमंद होने के साथ-साथ घर आंगन की शोभा भी है। हर व्यक्ति को तुलसी का सेवन करना चाहिए।