प्रभजीत सिंह (लक्की), साढौरा
साढौरा। गांव सरांवा में सेहला मोड़ पर सीएलयू के बगैर काटी गई लगभग 5 एकड़ में बनी अवैध कालोनियोंं को बुधवार को डीटीपी देसराज पचिसिया ने अवैध कालोनी में किए गए निर्माण को जेसीबी से तुड़वा दिया। कालोनी में काफी संख्या में लोगों ने निर्माण कर रखे थे। इस दौरान डीटीपी की कार्रवाई का स्थानीय लोगों ने काफी विरोध किया। पुलिस ने कालोनीवासियों को काम में बाधा नहीं पहुंचाने दी। एसएचओ दीदार के नेतृत्व में पुलिस बल ने डीटीपी द्वारा की गई इस कार्रवाई से लोगों को दूर रखा गया। बरसात में भी डीटीपी की यह कार्रवाई जारी रही। डीटीपी देसराज पचिसिया ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि गांव सरांवा में सेहला मोड़ पर कुछ बिल्डरों ने अवैध रूप से कालोनी में प्लाटों को बेचा है। जांच की तो पता चला कि करीब पांच एकड़ में अवैध कालोनी काटी गई है। जिसमें काफी लोगों ने प्लाट खरीद कर चारदीवारी कर ली। कुछ लोगों ने मियाद भर रखी थी। इस बारे में बिल्डरों को नोटिस जारी किया गया, परंतु वह कालोनी की वैधता से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं दिखा सके।
इसके बाद उन्हें फिर से नोटिस जारी किया। अवैध निर्माण को तोडऩे के लिए डीटीपी पुलिस बल के साथ जेसीबी लेकर मौके पर पहुंच गए। जैसे ही अधिकारियों के वहां पहुंचने की सूचना मिली तो कालोनी में प्लाट खरीद चुके लोग वहां पहुंचे। लोगों ने कहा कि सरकार द्वारा उन्हें परेशान किया जा रहा है। प्लाटों की रजिस्ट्रियां कराने के लिए उन्होंने सरकार को सभी तरह के टैक्स दिए हैं। इसलिए उनके प्लाट अवैध कैसे हो गए। जब वह रजिस्ट्री कराने के लिए तहसील में गए थे तो क्यों नहीं बताया गया कि कालोनी अवैध है। लोगों ने कहा कि जीवनभर की जमापूंजी खर्च कर उन्होंने प्लाट खरीदे और अब निर्माण को तोड़ा जा रहा है। मौके पर एसएचओ दीदार सिंह ने भी लोगों को बहुत समझाया। उन्होंने विरोध कर रहे लोगों को कार्रवाई से दूर रखा। देसराज पचिसिया ने बताया कि कोई भी प्लाट खरीदने से पहले एक बार उनके कार्यालय में आकर जानकारी ले सकते हैं ताकि नुकसान से बचा जा सके। उन्होंने बताया कि कालोनी आबाद करने के लिए प्रशासन से कई तरह की औपचारिकताएं पूरी करना जरुरी हो गया है।