आज समाज डिजिटल, प्रतापनगर (यमुनानगर):
पहाड़ों वह मैदानी इलाकों में बारिश से छछरौली क्षेत्र की करीब पांच सौ एकड़ धान व गन्ना की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। बाढ़ के पानी ने मुबारकपुर डेरा में जमकर तबाही मचाई। डेरा के साथ लगती नदी में अधिक पानी आने से नदी का किनारा टूट गया। जिसकी वजह से बाढ़ का पानी डेरा के घरों व खेतों में घुस गया। डेरा के आसपास बाढ़ के पानी ने करीब सौ एकड़ फसल को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। ग्रामीण हाजी अब्बुल हसन, मेहंदी हसन,लियाकत अली,बारिक पूर्व सरपंच, हाजी तोइयब हसन, सुल्तान, सुलेमान, दिलशाद,इरशाद, ताहिर,अलीशेर,हाशिम,जामदीन, जाहिद हसन,रहीश,रोशन का कहना है कि यह समस्या बहुत पुरानी है। हर साल गांव में नदी का पानी घुसकर तबाही मचाता है। जिसकी वजह से घरों व फसलों में हर बार बहुत नुकसान होता है। ग्रामीणों का कहना है कि जिस जगह से नदी का पानी गांव में घुसता है उसके सामने सिंचाई विभाग ने दूसरी साइड पटरी का निमार्ण कर पानी की धारा को मुकारबपुर डेरा की तरफ कर दिया है। जब से दूसरी साइड यह पटरी बंधी है तब से ही हर साल बरसात में नदी का पानी गांव में घुस तबाही मचा रहा है। जिसकी वजह से हर साल घरों व फसलों में भारी नुक्सान हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि वह पिछले पांच साल से मुबारकपुर डेरा की तरफ से गुहार लगा रहे हैं कि उनकी सुरक्षा के लिए नदी के किनारे पर बाढ़ बचाव कार्य किया जाए पर आज तक प्रशासन ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की है और प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा ग्रामीणों को भूगतना पड़ रहा है।