प्रभजीत सिंह (लक्की), यमुनानगर :
पहाड़ो पर लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के बाद यमुना नदी एक बार फिर से उफान पर है। तेज रफ़्तार से बढ़ रहा जलस्तर, राजधानी दिल्ली के साथ साथ निचले इलाको के दिलो की धड़कने बढ़ा रहा है। लगातार पहाड़ों पर बरसात होने से यमुना का जलस्तर भी बढ़ने लगा है। यमुनानगर के हथनीकुंड बैराज से एक लाख 59 हजार 700 क्यूसिक पानी डाइवर्ट किया है। जो अगले 72 घंटो में दिल्ली तक पहुंचेगा। यमुना का बढ़ता जलस्तर यमुनानगर से सटे इलाकों में मुश्किलें खड़ी कर सकता है। वहीं यमुनानगर प्रशासन बढ़ते जलस्तर को लेकर पूरी तरह अलर्ट है। डीसी गिरीश अरोड़ा ने बताया कि मानसून के चलते पहले से ही पूरी तैयारियां की गई है। वहीं बढ़ते जलस्तर को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। यमुना से सटे लोगो को बताया गया है कि वो यमुना की तरफ न जाये और न ही अपने पशुओं को लेकर जाए।
प्रशासन ने की तैयारी
प्रशासन ने फ्लड कंट्रोल रूम किया स्थापित।
हेल्पलाइन नंबर भी किया जारी।
बढ़ते जलस्तर को लेकर गांवो में मुनादी भी करवाई जाती है।
व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाए गए है जिनसे की पूरी जानकारी मिलती रहे।
अगर जलस्तर और बढ़ता है तो उसके लिए आर्मी की टीम से भी संपर्क में है
जिला उपायुक्त ने बताया कि एक काम को छोड़ कर लगभग सभी फ्लड वर्क पूरे किए जा चुके है। 70 हजार क्यूसिक पर मिनी फ्लड होता है। अढ़ाई लाख क्यूसिक के बाद डेंजर लेवल बढ़ता है। अभी स्थिति नियंत्रण में है। प्रशासन हर तरह से तैयार है।
पहाड़ो पर लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के बाद यमुना नदी एक बार फिर से उफान पर है। तेज रफ़्तार से बढ़ रहा जलस्तर, राजधानी दिल्ली के साथ साथ निचले इलाको के दिलो की धड़कने बढ़ा रहा है। लगातार पहाड़ों पर बरसात होने से यमुना का जलस्तर भी बढ़ने लगा है। यमुनानगर के हथनीकुंड बैराज से एक लाख 59 हजार 700 क्यूसिक पानी डाइवर्ट किया है। जो अगले 72 घंटो में दिल्ली तक पहुंचेगा। यमुना का बढ़ता जलस्तर यमुनानगर से सटे इलाकों में मुश्किलें खड़ी कर सकता है। वहीं यमुनानगर प्रशासन बढ़ते जलस्तर को लेकर पूरी तरह अलर्ट है। डीसी गिरीश अरोड़ा ने बताया कि मानसून के चलते पहले से ही पूरी तैयारियां की गई है। वहीं बढ़ते जलस्तर को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। यमुना से सटे लोगो को बताया गया है कि वो यमुना की तरफ न जाये और न ही अपने पशुओं को लेकर जाए।
प्रशासन ने की तैयारी
प्रशासन ने फ्लड कंट्रोल रूम किया स्थापित।
हेल्पलाइन नंबर भी किया जारी।
बढ़ते जलस्तर को लेकर गांवो में मुनादी भी करवाई जाती है।
व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाए गए है जिनसे की पूरी जानकारी मिलती रहे।
अगर जलस्तर और बढ़ता है तो उसके लिए आर्मी की टीम से भी संपर्क में है
जिला उपायुक्त ने बताया कि एक काम को छोड़ कर लगभग सभी फ्लड वर्क पूरे किए जा चुके है। 70 हजार क्यूसिक पर मिनी फ्लड होता है। अढ़ाई लाख क्यूसिक के बाद डेंजर लेवल बढ़ता है। अभी स्थिति नियंत्रण में है। प्रशासन हर तरह से तैयार है।
Attachments area