Yamuna Nagar News : लक्ष्य आधारित निवेश पर वित्तीय जागरूकता विषय पर सेंट लॉरेंस इंटरनेशनल स्कूल में कार्यशाला का आयोजन

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Yamuna Nagar News: जगाधरी। सेंट लॉरेंस इंटरनेशनल स्कूल, पाबनी रोड, जगाधरी में चेयरपर्सन डॉ. रजनी सहगल के दिशा निर्देशन में  शिक्षकों के लिए  एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का विषय लक्ष्य आधारित निवेश पर वित्तीय जागरूकता रहा।  कार्यशाला के मुख्य वक़्ता फरीदाबाद स्थित फर्म  ग्रीनमिनट फिनसर्व  के निदेशक वित्तीय विशेषज्ञ गौरव हांडा रहे।  उनका सभी शिक्षकों और अधिकारियों ने स्वागत किया। स्कूल प्रबंधन समिति द्वारा स्पीकर गौरव हांडा को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।

वक़्ता गौरव हांडा  ने सबसे पहले  रूल ऑफ 72 के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि निवेश पर मिलने वाले रिटर्न को कैलकुलेट  करने में रूल ऑफ 72 काफी मददगार साबित होता है। शिक्षकों को समझाते हुए बताया कि सेविंग की शुरुआत जितनी जल्दी कर दी जाए उतना ही अच्छा होता है, ऐसे में सभी को नौकरी लगने के साथ ही पैसा बचाना शुरू कर देना चाहिए I साथ ही निवेश के किसी एक साधन पर पूरी तरह से  निर्भर ना रहने के बारे में बताया । हमेशा अपने पोर्टफोलियो में निवेश की विविधता रखनी चाहिए।  अगर आप एक युवा निवेशक हैं तो पूरी तरह से इक्विटी में निवेशित नहीं रहना चाहिए, आपको एफ डी और गोल्ड आदि में भी निवेश करना चाहिए। साथ ही उन्होंने ने बताया  कि  एसेट्स हर समय एक जैसा रिटर्न नहीं देती है। कभी शेयर बाजार में रिटर्न अच्छा मिलता है,  कभी बैंक एफडी अच्छा रिटर्न देती है और कभी  रियल एस्टेट में निवेशकों को अच्छे मौके मिलते हैं। म्यूच्यूअल फण्ड निवेश एक ऐसा जादू है जिसका असर तुरंत नहीं, बल्कि कुछ साल बाद दिखता है, जिसके  लिए व्यक्ति विशेष  में  धैर्य होना  जरूरी है I अनुशासन और कंपाउंडिंग की शक्ति के साथ लॉन्ग टर्म में बचत को  दोगुना या तिगुना किया जा सकता है।

सुप्रसिद्ध शिक्षाविद एव मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. एम. के. सहगल ने अपने सम्बोधन में कहा कि सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान उनके लिए निवेश करने का एक अनुशासित एवं आदर्श तरीका है, जो अपेक्षाकृत छोटी राशि के साथ निवेश शुरू करना चाहते हैं I जिससे निवेशक एक निश्चित अंतराल पर नियमित रूप से एक पूर्व निर्धारित राशि का निवेश करके धन अर्जित कर सकते हैं। एसआईपी में राशि आपके बैंक खाते से स्वचालित रूप से डेबिट हो जाती है और आपकी पसंद के म्यूचुअल फंड में निवेश हो जाती है, जिसमें आपने निवेश किया है। सिप म्यूचुअल फंड निवेशकों को अपने निवेश को शुरू करने, रोकने, बढ़ाने या घटाने की अनुमति देता है, जिससे वे अपनी रणनीतियों को बदलते वित्तीय उद्देश्यों और परिस्थितियों के साथ संरेखित कर सकें। उन्होने शिक्षकों को अपनी आय का कुछ हिस्सा सुरक्षित भविष्य को ध्यान में रखते हुए निवेश करने के लिये प्रेरित किया।

कार्यशाला के दौरान शिक्षकों को दस के ग्रुप में विभाजित कर कम्पूटराइज गेम का आयोजन भी किया गया , जिसमे उनको विभिन्न एसेट्स में निवेश कराकर 10 वर्ष में होने वाले वित्तीय लाभ के बारे बताया गया।  इस अवसर पर अधिकारी,  सभी शिक्षक और शिक्षणेत्तर सदस्य उपस्थित रहे।

 

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