मच्छर जनित बीमारियों से बचाव को लेकर नगर निगम हर वार्ड में चार बार करेगा फॉगिंग
(YamunaNagar News) यमुनानगर। डेंगू, मलेरिया व अन्य मच्छरों से होने वाली बीमारियों से बचाव को नगर निगम द्वारा हर वार्ड में फॉगिंग कराई जाएगी। दोनों जोन की हर कॉलोनी व गांव में फॉगिंग कराई जा रही है। सोमवार को नगर निगम के जोन एक में वार्ड चार और जोन दो के वार्ड 12 की विभिन्न कॉलोनियों और गांवों में फॉगिंग कराई गई। निगमायुक्त आयुष सिन्हा के निर्देशों पर निगम द्वारा हर वार्ड में चार-चार बार फॉगिंग कराई जाएगी। ताकि क्षेत्र में मच्छरों से होने वाले बुखार व बीमारियों से निजात मिल सके। निगम द्वारा दो सितंबर से वार्ड वाइज फॉगिंग कराने का कार्य शुरू किया गया था। जो कि नौ नवंबर तक जारी रहेगा।
निगमायुक्त आयुष सिन्हा के निर्देशों पर दोनों जोन में फॉगिंग के लिए टीमें गठित कर दी गई है। जोन एक में सीएसआई हरजीत सिंह व जोन दो में सीएसआई सुनील दत्त की टीमें फॉगिंग कार्य कर रही है। दोनों जोन में फॉगिंग के लिए दो बड़ी मशीनें व 12 छोटी मशीन है। बड़ी मशीन को निगम के वाहन में रखकर मुख्य मार्ग व चौड़ी गलियों में फॉगिंग कराई जा रही है। छोटी मशीनों से कॉलोनियों व गांवों की छोटी गलियों में फॉगिंग की जा रही है। सोमवार को सीएसआई हरजीत सिंह के नेतृत्व में बनाई टीमों ने जोन एक के वार्ड नंबर चार की इंदिरा पूरम, विजय नगर, ग्रीन विहार, ग्रीन विहार एक्सटेंशन, चनेटी प्रतापगढ़, भगवानगढ़, बूड़िया व अन्य क्षेत्रों में फॉगिंग कराई गई। वहीं, जोन दो में सीएसआई हरजीत सिंह के नेतृत्व में वार्ड 12 के बाड़ी माजरा, रूप नगर, तीर्थ नगर, शादीपुर, रायपुर, कामी माजरा, पांसरा, ताजकपुर समेत अन्य क्षेत्रों में फॉगिंग कराई गई।
शहरवासियों से भी अपील की है कि वे अपने आसपास पानी जमा न होने दे
सड़कों व चौड़ी गलियों में निगम के वाहन में बड़ी मशीन रखकर फॉगिंग कराई गई। वहीं, छोटी व तंग गलियों में निगम कर्मियों ने छोटी मशीनों से फॉगिंग कराई। सीएसआई हरजीत सिंह ने बताया कि जिस दिन बारिश होगी, उस दिन फॉगिंग नहीं होगी। क्योंकि बारिश में फॉगिंग का असर नहीं होता है। शेड्यूल के अनुसार जिन वार्डाें में फॉगिंग वाले दिन बारिश हो जाती है, उस वार्ड में अगले दिन फॉगिंग कराई जा रही है। निगम अधिकारियों ने शहरवासियों से भी अपील की है कि वे अपने आसपास पानी जमा न होने दे। जहां पानी जमा है, वहां पर तेल डाल दें। कूलर का पानी बदलते रहे। घरों की छतों पर रखे सामान में भी अधिक दिन तक पानी न जमा होने दे। बारिश के बाद छतों पर रखें सामान से पानी निकाल दें, ताकि उनमें मच्छर न पनप पाए।