प्रभजीत सिंह लक्की, Yamuna Nagar News : गांव सरावां में मीट फैक्ट्री के निर्माण व भाकियू नेता राकेश टिकैत पर हमले व स्याही काली फैंकने के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। भारी संख्या में किसान जिला सचिवालय में पहुंचे। यहां ज्ञापन लेने के लिए डीसी पार्थ गुप्ता के न आने के विरोध में किसानों ने पुराना नेशनल हाइवे पर जाम लगा दिया। करीब आधा घंटा जाम लगा रहा। दाेनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। डीएसपी प्रमोद कुमार भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर मौजूद रहे। बाद में डीसी स्वयं हाइवे पर ज्ञापन लेने के लिए पहुंचे और किसानों ने जाम खोला। डीसी ने किसानों को बताया कि गरीब कल्याण सम्मेलन में व्यस्तता के कारण देरी हुई है।
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किसान करीब 12 बजे जिला सचिवालय में पहुंचे
किसान यूनियन (चढ़ूनी गुट) के जिला प्रधान संजु गुंदियाना, भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के जिला प्रधान सुभाष गुर्जर, किसान सभा के प्रांतीय अध्यक्ष एडवोकेट धर्मपाल व अखिल भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष जरनैल सिंह सांगवान के नेतृत्व में किसान करीब 12 बजे जिला सचिवालय में पहुंचे। किसानों ने सरावां में निर्माणाधीन मीट फैक्ट्री व भाकियू नेता राकेश टिकैत पर स्याही फैकें जाने के विरोध में ज्ञापन देना था।
किसानों ने लगाया सड़कों पर जाम
इस दौरान किसानों को बताया गया कि 11:30 तक डीसी ज्ञापन लेने के लिए पहुंचेंगे। किसानों ने जिला सचिवालय में ही डेरा डाल लिया और बैठकर नारेबाजी करने लगे। 12 बजकर 20 मिनट पर एसडीएम सुशील कुमार किसानों के बीच पहुंचें, लेकिन किसानों ने ज्ञापन देने से मना कर दिया। किसान इस बात पर अड़े हुए थे कि डीसी स्वयं ज्ञापन लेने के लिए आएं। 12.32 पर किसानों जाम लगाने के लिए पुराना नेशनल हाइवे की ओर रुख कर लिया। जिला सचिवालय के मुख्य गेट पर डीएसपी प्रमोद कुमार ने किसानों को मनाने का प्रयास किया। उनके कहने से 10 मिनट तक किसान गेट पर ही रुके रहे, लेकिन डीसी के न पहुंचने पर किसानों ने सड़क पर जाम लगा दिया। डीसी पार्थ गुप्ता के आने के बाद किसानों ने जाम खोला और ज्ञापन सौंपा।
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