नगर पालिका भंग करवाने की मांग हुई तेज, नगरपालिका भंग करने के विरोध में बाजार में निकाला रोष मार्च

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Demand For Dissolution Of Municipality
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प्रभजीत सिंह लक्की, Yamuna Nagar News : साढ़ौरा नगरपालिका भंग करवाने को लेकर लोगों ने मनोकामना मंदिर मैदान में नगरपालिका भंग करने को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से बैठक की और अपनी बात रखी। बैठक में स्थानीय लोगों ने नगरपालिका को भंग करने को लेकर विचार विमर्श किया गया। सभी ने एक मत से नगरपालिका को भंग करने की मांग उठाई गई। समाजसेवी अशोक मेहता,मंगत राम सैनी ने कहा कि ग्राम पंचायत से नगर पालिका का दर्जा मिलने के बाद स्थानीय लोगों को काफी उम्मीदें थी, लेकिन सुविधाएं मिलने की बजाए लोगों की मुश्किलें बढ़ गई। नगर पालिका टैक्स के माध्यम से लोगों से पैसे तो ले रही है, मगर सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं मिल रहा है। नगर पालिका भंग करवाने को लेकर बनी पंचायत संघर्ष समिति ने वकील के माध्यम से हाई कोर्ट में याचिका दायर करने की कवायद शुरू कर दी है। वहीं नगरपालिका भंग करवाने के लिए मुख्यमंत्री, राज्यमंत्री, डीसी यमुनानगर के अलावा कई मंत्रियों व अधिकारियों को ज्ञापन दिए जाएंगे।

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नपा के खिलाफ है पब्लिक

इस मौके पर अशोक मेहता,श्याम लाल अग्रवाल,रमेश जैन , दिलावर हुसैन,पवन बक्शी सहित समिति सदस्यों ने संयुक्त रूप से कहा कि कस्बा वासियाें ने सरकार से नगरपालिका भंग करवाने के लिए नपा डिनोटिफाइड करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कस्बे का हर बाशिंदा नगर पालिका बनने के खिलाफ है। इसको लेकर सरकार को सर्वे करवाना चाहिए, लेकिन कस्बावासियों पर नगर पालिका बेवजह थोपी जा रही है।

सभी सड़कें व गलियां खस्ता हाल में है पड़ी

2018 में हुई थी घोषणा: वर्ष 2018 में कस्बे में नगर पालिका बनाने की घोषणा की गई थी। इसके बाद से ही नगरपालिका के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपए ठगने का काम किया है। जबकि आज तक नगरपालिका ने कोई भी विकास का काम नहीं किया है। नगरपालिका के चलते सभी सड़कें व गलियां खस्ता हाल में पड़ी है। कस्बावासी सभी पंचायत के पक्ष में है। यहां पर नगर पालिका के नहीं बल्कि पंचायत के ही चुनाव कराए जाएं। इससे पहले सरकार लोगों का सर्वे कराकर उनके मन की बात पूछ सकती है। वे किसी भी हालत में कस्बावासयों पर नगरपालिका को नहीं थोपने देंगे।

हाईकोर्ट की लेंगे शरण

पंचायत संघर्ष समिति ने कहा कि इसको लेकर हाई कोर्ट की भी शरण ली जाएगी। उन्होंने कहा कि कस्बे की आबादी करीब 15 हजार ही है। इसके बावजूद यहां पर लोगों की मर्जी के खिलाफ एक दो लोगों के कहने पर नगरपालिका की घोषणा कर दी गई थी। यह सरासर गलत है। नगर पालिका बनाने से पहले लोगों से सर्वे कराया जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि नगरपालिका भंग होने तक उनके प्रयास जारी रहेंगे । वहीं इसके साथ ही कानूनी प्रक्रिया भी जारी रहेगी।

बाजार में निकाला रोष मार्च

मानोकमाना मंदिर मैदान में हुई बैठक में सभी कस्बावासियों ने इकट्ठे होकर नगरपालिका भंग करने के विरोध में रोष मार्च निकाला और जिसमे लोगो का भरपूर समर्थन मिला दुकान बैठे दुकानदार ने भी खुले मन से पंचायत संघर्ष समिति का समर्थन किया।

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