(Yamunanagar News) रादौर। शहर के डीएवी पब्लिक स्कूल में सोमवार को मनाए जा रहे वैदिक संस्कार पखवाड़ा के अंतर्गत बच्चों को स्वामी दयानंद सरस्वती जी के मानव जाति के प्रति उपकारों का स्मरण करते हुए व्याख्यान दिया गया। इस अवसर पर प्रिंसिपल रमन शर्मा ने कहा कि भारत भूमि आदिकाल से ही ऋषि मुनियों की भूमि रही है।
उन ऋषियों ने लोगों को सदमार्ग दिखलाने के लिए व अज्ञानता के अंधकार को दूर करने के लिए ज्ञान रूपी प्रकाश फैलाया। इसी कड़ी में उन्नीसवीं शताब्दी में ऋषि दयानंद जी हुए जिन्होंने वेदों का पुन: उद्धार किया व लोगों को बौद्धिक, सामाजिक, राजनीतिक तथा आर्थिक गुलामी की अज्ञाता से दूर किया। ऋषि दयानंद ही एक ऐसी विभूति थे, जिन्होंने संसार को अज्ञानता, अविद्या एवं असत्य की जगह नया प्रकाश दिया।
भगवान राम, कृष्ण तथा ऋषि महर्षियों की परम्परा को पुनर्जीवित कर वेद के ज्ञान का प्रचार किया। प्रिंसिपल रमन शर्मा ने बताया कि वैदिक संस्कार पखवाड़ा विजयदशमी से महर्षि दयानन्द सरस्वती बलिदान दिवस दीपावली तक मनाया जाएगा। जिसमे अभी तक स्कूल के द्वारा विभिन्न प्रक्रिया जैसे दैनिक वैदिक यज्ञ, श्रीराम के वैदिक स्वरूप पर व्याख्यान, आनन्द पर्व, धर्मशिक्षक व विभिन्न विद्वानों के द्वारा समय समय पर वैदिक व्याख्यान कराए जा रहे हैं। जिसका उद्देश्य छात्र-छात्राओं को वैदिक संस्कार देने आर्य समाज की महान विरासत और परंपरा से परिचित कराना है।
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